देश में कोरोना वायरस की तीसरी लहर को लेकर केंद्र और राज्य सरकार पूरी तरह सतर्क हैं। महामारी को मात देने के लिए टीकाकरण अभियान जारी है। इस बीच टीके की किल्लत का सामना कर रहे राज्य लगातार केंद्र सरकार से मदद की गुहार कर रही है। वहीं छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से राज्य को जुलाई माह में कोरोना टीके की कम से कम एक करोड़ डोज उपलब्ध कराए जाने का आग्रह किया है।
सीएम बघेल ने पीएम मोदी को आज लिखे पत्र में यह आग्रह करते हुए अवगत कराया है कि राज्य में वर्तमान में कोरोना वैक्सीन की मात्र 9,98,810 डोज शेष बची हैं जो केवल तीन दिन के लिए ही पर्याप्त हैं। राज्य द्वारा बार-बार मांग किए जाने पर भी छत्तीसगढ़ को पर्याप्त संख्या में टीके उपलब्ध नहीं कराए जा रहे हैं। उन्होने प्रधानमंत्री से छत्तीसगढ को कोरोना टीके उपलब्ध कराए जाने के संबंध में केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को तत्काल निर्देशित करने का भी अनुरोध किया है।
उन्होने पीएम मोदी को पत्र में बताया हैं कि राज्य में अब तक फ्रंटलाइन वर्कर को 100 प्रतिशत प्रथम डोज तथा हेल्थ केयर वर्कर को 91 प्रतिशत प्रथम डोज लग चुकी है। इनमें से 71 प्रतिशत फ्रंटलाइन वर्कर को और 70 प्रतिशत हेल्थ केयर वर्कर को द्वितीय डोज भी लगायी जा चुकी है। राज्य में इसी प्रकार 45 वर्ष से अधिक के आयु वर्ग में भी अब तक 80 प्रतिशत नागरिकों को वैक्सीन की प्रथम डोज लगायी जा चुकी है।
यद्यपि 18-44 वर्ष के आयु वर्ग का टीकाकरण 1 मई से ही प्रारम्भ हुआ है फिर भी दो माह से भी कम समय में राज्य में 18-44 वर्ष आयु वर्ग के 16 प्रतिशत नागरिकों को भी कोरोना वैक्सीन की प्रथम डोज लगायी जा चुकी है। वर्तमान में छत्तीसगढ़ में प्रतिदिन 3 लाख से अधिक लोगों को टीके लगाए जा रहे हैं। बघेल ने पत्र में कहा हैं कि यदि राज्य को भारत सरकार से पर्याप्त संख्या में कोरोना टीके के डोज प्राप्त हो जाएं तो हम एक माह में ही सभी पात्र हितग्राहियों को टीके की प्रथम डोज लगा देंगे।