महाराष्ट्र के मराठवाडा क्षेत्र के हिंगोली जिले में संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा में कथित तौर पर सार्वजनिक सम्पत्ति को नुकसान पहुंचाने और दंगे करने के मामले में 20 लोगों को हिरासत में लिया गया है और अन्य 130 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। एक अधिकारी ने बताया कि कलमनुरी और हिंगोली में शुक्रवार को हिंसा की खबर आई थी, जहां पुलिस कर्मियों पर पथराव करने की बात भी कही गई थी।
अधिकारी ने कहा, ‘‘ सार्वजनिक सम्पत्ति को नुकसान पहुंचाने और दंगा करने के मामले में अभी तक 20 लोगों को हिरासत में लिया गया है।’’ उन्होंने बताया कि धोखाधड़ी, हत्या की कोशिश, जान को खतरे में डालने या अन्य लोगों की सुरक्षा को खतरा पहुंचाने, जानबूझकर खतरनाक हथियारों से नुकसान पहुंचाने और गैरकानूनी तरीके से एकत्रित होने के मामले में 130 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
परभणी और बीड जिलों में भी भादंस की संबंधित धाराओं के तहत कुछ प्रदर्शनकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। परभणी जिले में हिंसा के एक अलग मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। कलक्टर कार्यालय के पास शुक्रवार को प्रदर्शन रैली के बाद पथराव में राजस्व अधिकारी विद्याचरण कदावकर और एक पुलिस अधिकारी घायल हो गए थे।
पुलिस अधीक्षक कृष्ण कांत उपाध्याय ने बताया कि दमकल विभाग की एक गाड़ी क्षतिग्रस्त हुई है।