सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के कुशासन, अवैध घुसपैठ के खिलाफ अभियान और एनआरसी के क्रियान्वयन का वादा करके भाजपा ने पश्चिम बंगाल में अपनी अच्छी पकड़ बना ली है। पार्टी सूत्रों के अनुसार भाजपा ने अपने हालिया सदस्यता अभियान के तहत 77 लाख से अधिक लोगों को पार्टी से जोड़ा है। भाजपा नेताओं के अनुसार इनमें से अधिकतर लोग 25 से 40 आयुवर्ग के हैं, जो पार्टी की युवकों में बढ़ती पकड़ को दिखाता है।
उन्होंने बताया कि भारत-बांग्लादेश सीमा के पास जलपाईगुड़ी, कूचबिहार, उत्तरी दिनाजपुर, दक्षिणी दिनाजपुर और उत्तर बंगाल में अलीपुरद्वार के अलावा मालदा, नदिया, उत्तर और दक्षिण 24 परगना जिलों में सदस्यता अभियान को काफी सफलता मिली है। भगवा पार्टी के नेताओं ने दावा किया कि सदस्यता अभियान को पश्चिम मिदनापुर, पुरुलिया, झारग्राम और बांकुरा के जंगलमहल जिले में भी काफी अच्छी प्रतिक्रिया मिली है।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा, “केवल ऐसा नहीं है कि सीमावर्ती इलाकों में हमें अच्छी प्रतिक्रिया मिली। हमें झारग्राम और मिदनापुर में भी सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है।” उन्होंने दावा किया कि सीमावर्ती इलाकों में बड़ी संख्या में लोग भाजपा से जुड़े हैं क्योंकि वह तृणमूल के कुशासन, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और अवैध घुसपैठ से तंग आ गए हैं।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने छह जुलाई को पार्टी विचारक श्यामाप्रसाद मुखर्जी की जयंती पर देशभर में सदस्यता अभियान शुरू किया था। यह 20 अगस्त तक चलेगा। केन्द्रीय नेतृत्व ने पश्चिम बंगाल में 60 लाख लोगों को सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा था, जिसे भाजपा ने पार कर लिया है। भाजपा का लक्ष्य यहां 2021 में होने वाले विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को सत्ता से बाहर करना है।