देहरादून : उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने राज्य को एक निश्चित अवधि में पूर्ण साक्षर बनाने के लक्ष्य को हासिल करने के लिए अधिकारियों को नियोजित तरीके से काम करने का निर्देश दिया। श्री रावत ने सचिवालय स्थित विश्वकर्मा भवन के वीर चंद्र सिंह गढ़वाली सभागार अपनी घोषणाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा के दौरान यह निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि प्रत्येक घोषणा के क्रियान्वयन के हर स्तर के लिए एक निश्चित समय तय किया जाए तथा जीरो बजट वाली घोषणाओं को अविलम्ब पूरा किया जाए।
उन्होंने कहा कि राज्य को पूर्ण साक्षर बनाने का काम केवल शिक्षा विभाग तक सीमित न रहे। इसमें विद्यालयों और कॉलेजों के छात्रों सहित आंगनबाड़ी, आशा कार्यकर्ताओं तथा अन्य लोगों का भी सहयोग लिया जा सकता है। प्रत्येक स्तर पर नोडल अधिकारी नामित कर उनकी जिम्मेवारी तय की जाए। मुख्यमंत्री ने गतिमान घोषणाओं की एक-एक करके समीक्षा करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री घोषणाओं की प्रगति में सुधार हुआ है। इनमें और तेजी लाई जाए। सचिव स्तर से अपने-अपने विभागों से संबंधित घोषणाओं की नियमित निगरानी की जाए।
विद्यालयों में अतिरिक्त कक्षा-कक्षों के निर्माण में आधुनिक इंजीनियरिंग का उपयोग किया जाए। अतिरिक्त कक्षा-कक्षों को बनाने के लिए अतिरिक्त भूमि की बजाय मौजूदा भवन के प्रथम तल पर ही बनाए जाने की सम्भावना तलाशी जाए। श्री रावत ने कहा कि खेल विभाग प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर बनाए जाने वाले स्टेडियमों की आवश्यक प्रक्रियाओं में तेजी लाए।
मुनि की रेती में ईको पार्क की डीपीआर जल्द से जल्द तैयार कर ली जाए। सतपुली से दिल्ली बस सेवा को जल्द से जल्द शुरू किया जाए। कोसी-बेराज क्षेत्र में साहसिक पर्यटन और मुन्स्यारी को पर्यटन स्थल और रांसी को पर्यटन ग्राम के लिए कार्ययोजना बनाई जाए। यमुनोत्री में रोपवे निर्माण के लिए उच्च स्तरीय विशेषज्ञों की सेवाएं ली जाए।