द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (द्रमुक) अध्यक्ष एम. के. स्टालिन ने सोमवार को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की अगुआई वाली केंद्र सरकार पर तमिलनाडु में केंद्र सरकार की सभी नौकरियों को उत्तर भारतीयों को पट्टे पर देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि इस कारण राज्य में रोजगार की समस्या और ज्यादा बिगड़ गई है।
स्टालिन ने यहां एक बयान जारी कर कहा कि जब तमिलनाडु में 80 लाख लोगों ने रोजगार कार्यालय में पंजीकरण कराया है, वहां केंद्र सरकार की और केंद्र सरकार के अंतर्गत आने वाली सभी सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों में उत्तर भारतीय लोगों को नौकरी दी जा रही है। स्टालिन ने कहा कि केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) डाक विभाग की भर्तियों की परीक्षा में तमिल विषय में ज्यादा अंक लाने वाले महाराष्ट्र, पंजाब और हरियाणा के छात्रों के मामलों की जांच कर रही है।
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द्रमुक नेता के अनुसार, मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी ने न सिर्फ इस नीति को बढ़ाया, बल्कि उन्होंने चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) से गठबंधन भी कर लिया। स्टालिन ने कहा कि बीजेपी सरकार 23 मई को लोकसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद घर जाएगी, तो द्रमुक तमिलनाडु में केंद्र सरकार की 90 प्रतिशत नौकरियां तमिल लोगों के लिए सुनिश्चित करेगी।