कोलकाता के प्रेसीडेंसी यूनिवर्सिटी की कुलपति अनुराधा लोहिया को छात्रों के प्रदर्शन की वजह से घंटों अपने चैंबर में ही कैद रहना पड़ा। कुछ छात्रावासों में मरम्मत कार्यों को शीघ्र पूरा करने और बर्खास्त छात्रावास कर्मचारियों की बहाली की मांग कर रहे छात्र उनके कार्यालय के बाहर धरना दे रहे हैं।
छात्रों ने सोमवार दोपहर दो बजे अपना प्रदर्शन शुरू किया था। वे 130 साल पुराने हिंदू हॉस्टल के पांच वार्डों में से तीन में मरम्मत कार्य बिना किसी देरी के पूरा करने और आठ बर्खास्त हॉस्टल कर्मचारियों को तुरन्त बहाल किए जाने की मांग कर रहे हैं। यूनिवर्सिटी के एक अधिकारी ने बताया कि लोहिया यूनिवर्सिटी के कुछ अन्य अधिकारियों के साथ वीसी कक्ष में हैं।
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इंडिपेंडेंट कंसोलिडेशन (आईसी) और एसएफआई से जुड़े छात्र हाथ में तख्तियां लिए विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, जिन पर लिखा है ‘‘हम पूरा हिंदू हॉस्टल वापस चाहते हैं’’ और ‘‘छात्रों और कर्मचारियों के खिलाफ कोई भी कठोर कदम ना उठाएं’’। लोहिया से सम्पर्क करने की कोशिश की गई पर उन्होंने फोन नहीं उठाया।
लेकिन एक अधिकारी ने बताया कि वह सही हैं हालांकि काफी समय से अंदर बंद होने के कारण थोड़ी तनाव में हैं। आईसी से जुड़े प्रदर्शनकारी सुभो बिश्वास ने कहा, ‘‘हम कुलपति मैडम को जाने देंगे लेकिन उससे पहले उन्हें हमें हमारी मांगों पर लिखित आश्वासन देना होगा।’’