पटना : आज नोयडा से प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी द्वारा चौसा थर्मल पावर प्लांट के किए गए शिलान्यास को बिहार और बक्सर के लिए बड़ी सौगात बताते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री नित्यानंद राय ने इसके लिए प्रधानमन्त्री जी का आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा “ बिहार को मिली इस सौगात से प्रधानमन्त्री जी और केंद्र सरकार का बिहार के विकास के प्रति लगाव एक बार फिर जाहिर हुआ है।
तकरीबन 10000 करोड़ रुपयों की लागत से बनने वाला यह थर्मल प्लांट भविष्य में बिहार के विकास में एक नयी इबारत लिखने वाला है। गौरतलब है कि इस प्लांट की 85 प्रतिशत बिजली बिहार को मिलेगी, जिससे न केवल बिहार का कोना कोना रोशन होगा बल्कि इससे उद्योग धंधो को भी भरपूर मदद मिलेगी। यह परियोजना के 2023-24 तक पूरी होगी।”
उन्होंने कहा “ ऊर्जा के क्षेत्र में वर्तमान सरकार ने जितना काम किया है, उतना पहले कभी नही हुआ है। केंद्र की प्रतिबद्धता से ही सौभाग्य योजना के तहत आज बिहार के शत-प्रतिशत घरों में बिजली पंहुच चुकी है और इस माह के अंत तक देश के भी सभी घरों तक बिजली सुविधा पंहुच जाएगी, जिसके बाद भारत 100% विद्युतीकरण वाले चुनिंदा राष्ट्रों में शुमार हो जाएगा।”
केंद्र के नए लक्ष्य के बारे में बताते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा “ देश के सभी गांवों और इस माह तक सभी घरों में बिजली पंहुचाने के साथ-साथ ही केंद्र सरकार आज सभी घरों में 24 घंटे बिजली पंहुचाने के अपने एक और लक्यो के तहत भी लगातार आगे बढ़ रही है। ख़बरों के अनुसार इस दिशा में मिशन मोड में आगे बढ़ते हुए केंद्र सरकार ने लगभग सभी जरूरी तैयारियों को पूरा कर लिया है और आगामी 1 अप्रैल से सभी घरों को 24 घंटे निर्बाधित बिजली देने की शुरुआत की जा सकती है। केंद्र ने यह नियम बनाया है अगर बिना किसी ठोस वजह के बिजली काटी जाती है तो बिजली कंपनी को जुर्माना देना होगा, हालाँकि तकनीकी कारणों और मौसम संबंधी कारकों से पंहुचने वाली बाधा को इससे अलग रखा गया है।”
श्री राय ने आगे कहा “ आंकड़ो की माने तो केंद्र द्वारा लगातार ध्यान दिए जाने से बीते पांच वर्षों में देश की बिजली उत्पादन क्षमता में अभूतपूर्व बढ़ोतरी हुई है। गौरतलब है कि सरकार ने 2014 के बाद से ही बिजली उत्पादन के परंपरागत माध्यमों के साथ-साथ अक्षय और नवीकरणीय ऊर्जा के उत्पादन को भी भरपूर सहयोग और प्रोत्साहन दिया है।
इसके अलावा बिजली की बर्बादी तथा नेटवर्क सुदृढ़ीकरण के लिए भी खासे इंतजाम किए गए हैं। प्रधानमन्त्री के खुद लगातार मॉनिटरिंग करने से आज ‘वन नेशन, वन ग्रिड का सपना भी समय से साकार हो चुका है। आज हम पूरे देश में कहीं से भी बिजली को ला और ले जा सकते हैं। कश्मीर में पैदा होने वाली हाईड्रो पावर को कन्याकुमारी भेज सकते हैं। इस वक्त हम राजस्थान में में सौर या पवन उर्जा पैदा करे तो उसका इस्तेमाल आसाम या अरुणाचल में भी कर सकते हैं। यह राष्ट्रनिर्माण के लिए प्रधानमन्त्री जी का जज्बा ही है जिससे महज पांच वर्ष पहले नामुमकिन लगने वाले यह सारे लक्ष्य आज मुमकिन हो चुके हैं।