पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गंडक नदी पर निर्माणाधीन बंगरा घाट पुल, सत्तर घाट पुल, बेतिया-गोपालगंज पुल का एरियल सर्वेक्षण किया। एरियल सर्वेक्षण में पाया गया कि पुलों का निर्माण कार्य तेजी से हो रहा है। कार्यान्वयन एजेंसी को सावधानी बरतने तथा तय समय सीमा के अंदर कार्य पूरा करने का निर्देश दिया गया। गंडक नदी पर निर्माणाधीन बंगरा घाट पुल, मुजफ्फरपुर जिले के साहेबगंज एवं सारण जिले के लखनपुर स्थान के बीच बनाया जा रहा है।
मुख्य पुल की लंबाई 1.506 किलोमीटर एवं इसके पहुॅच पथ की कुल लंबाई 19.00 किलोमीटर है। इस पुल की निर्माण लागत 508.98 करोड़ रूपये है। इस पुल का कार्यारंभ 11 अप्रैल 2014 को हुआ था। अब तक 48.272 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है। इसका निर्माण कार्य जून 2019 तक पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है। सत्तर घाट पुल गोपालगंज जिले के फैजुल्लाहपुर (एसएच- 90) एवं पूर्वी चम्पारण जिले के लाला छपरा (एसएच-74) स्थान के बीच बनाया जा रहा है। इस पुल की लंबाई 1.440 किलोमीटर एवं इसके पहुॅच पथ की कुल लंबाई 9.071 किलोमीटर है। इसकी निर्माण लागत 263.48 करोड़ रूपये है।
सत्तर घाट पुल का भी 70 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है। इस पुल का निर्माण जून 2019 तक पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है। इस पुल को पुल निर्माण निगम बना रहा है। यह पुल प्रस्तावित राम जानकी मार्ग का भी हिस्सा होगा। राम जानकी मार्ग का आरेखन निम्नवत है- राम जानकी मार्ग का बिहार राज्य में पडऩे वाला हिस्सा गुठली बॉर्डर जिला सीवान से प्रारंभ होकर पूर्वी चम्पारण जिले के सीमावर्ती क्षेत्रों तक जाता है। इस पथ में उत्तर प्रदेश, बिहार बॉर्डर से सीवान होते हुये मसरख तक फोरलेन चौड़ीकरण होना है।
मसरख से डुमसन चौक (लखनपुर)-फैजुल्लाहपुर-केसरिया होते हुये चकिया तक दस मीटर का दो लेन पेवड सोल्डर सहित का निर्माण होना है। गंडक नदी पर विशनपुर के निकट निर्मित उच्चस्तरीय पुल का निर्माणाधीन बेतिया-गोपालगंज पथ की कुल लंबाई 21.410 किलोमीटर है। इसकी निर्माण लागत भू-अर्जन सहित 303.55 करोड़ रूपये है। इस पथ के कार्य हेतु निविदा प्रक्रिया में है। एकरारनामा के उपरांत कार्य पूर्ण करने की निर्माण अवधि 30 माह होगी।
इस पथ पर वर्तमान में आवागमन चालू है परंतु दोनों तरफ की सडक़ संर्कीण है, जिसे देखते हुये दस मीटर चौड़ी सडक़ बनाने के लिये दोनों ओर भू-अर्जन का कार्य चल रहा है। जिलाधिकारी पश्चिम चम्पारण एवं जिलाधिकारी गोपालगंज द्वारा अपने-अपने जिले में भू-अर्जन कार्य को गति दे रहे हैं। शीघ्र ही दस मीटर चौड़ी सडक़ बनाने की योजना का भी कार्यारंभ किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने एरियल सर्वे के क्रम में इस पुल के गोपालगंज के तरफ कटाव को भी देखा और आवश्यक एवं प्रभावी निरोधात्मक कदम उठाने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री के एरियल सर्वेक्षण के दौरान पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव, मुख्य सचिव दीपक कुमार, प्रधान सचिव पथ निर्माण अमृत लाल मीणा एवं मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह उपस्थित थे।