कोरोना वायरस से निपटने के लिए देश भर में करीब दो महीने तक लॉकडाउन लागू है। इसके कारण सबकुछ बंद होने से प्रवासी मजदूरों पर सबसे अधिक मार पड़ी लाखों मजदूर अपने घर पहुंच गए हैं लेकिन अभी भी काम को लेकर परेशानी हैं।
इस बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने आज मोदी सरकार से अपील की है कि वह कोविड-19 के कारण पैदा हुए संकट के मद्देनजर प्रवासी श्रमिकों को 10-10 हजार रुपए दे।
People have been facing economic hardship of unimaginable proportions bcz of the ongoing pandemic. I appeal to Central Govt to transfer ₹10,000 each as one-time assistance to migrant labourers including people in unorganized sector. A portion of PM-CARES could be used for this.
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) June 3, 2020
बनर्जी ने ट्वीट किया कि असंगठित क्षेत्र में काम कर रहे लोगों को वित्तीय सहायता मुहैया कराई जानी चाहिए, ताकि वे लॉकडाउन के कारण पैदा हुए आर्थिक संकट का सामना कर सकें। उन्होंने सलाह दी कि ‘‘आपात स्थितियों के लिए प्रधानमंत्री नागरिक सहायता और राहत कोष’ (पीएम केयर्स) का एक हिस्सा इस कार्य के लिए इस्तेमाल किया जाना चाहिए।
बनर्जी ने ट्वीट किया, ‘‘मौजूदा वैश्विक महामारी के कारण लोग जिन आर्थिक संकटों से गुजर रहे हैं, उसकी कल्पना नहीं की जा सकती। मैं केंद्र सरकार से अपील करती हूं कि वह असंगठित क्षेत्र में काम कर रहे लोगों समेत प्रवासी श्रमिकों को 10-10 हजार रुपए एक बार में हस्तांतरित करे। इसके लिए पीएम-केयर्स के एक हिस्से का इस्तेमाल किया जा सकता है।’’ कोरोना वायरस वैश्विक महामारी को काबू करने के लिए देशभर में लागू लॉकडाउन के कारण आर्थिक गतिविधियां बुरी तरह प्रभावित हुई हैं।