फर्जी नेपाली दस्तावेज के आधार पर मठ में रह रही एक चीनी महिला को मंडी जिले से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने यह जानकारी दी। मंडी की पुलिस अधीक्षक शालिनी अग्निहोत्री ने बताया कि खुफिया सूचना के आधार पर जोगिंद्रनगर के एक मठ (मोनास्ट्री) में रह रही महिला से पूछताछ की गई और उसके पास से नागरिकता का नेपाली दस्तावेज मिला जोकि फर्जी पाया गया।
महिला नहीं दिखा पाई कोई पासपोर्ट
अग्निहोत्री ने बताया कि महिला के पास से करीब 6.4 लाख भारतीय रुपये, 1.10 लाख नेपाली रुपये और दो मोबाइल फोन जब्त किए गए। उन्होंने बताया कि महिला कोई पासपोर्ट नहीं दिखा पाई। अग्निहोत्री ने बताया कि महिला के खिलाफ मंगलवार शाम को विदेशी अधिनियम की धारा 14 के तहत जालसाजी और भारतीय दंड संहिता की धाराओं 420 (धोखाधड़ी) और 467 (अहम दस्तावेजों की जालसाजी) के तहत मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा कि मामले की जांच जारी है।
बता दे की चीनी नागरिक नेपाली बताकर देश में जासूसी कर रहे हैं, पूर्व में कई चीनी नागरिक यूपी, बिहार अरूणाचल प्रदेश से पकड़े जा चुके हैं। सुरक्षा एजेंसियों की सतकर्ता के चलते वह अपने जालसाज में कामयाब नहीं हो पाते हैं। नॉएडा में गत दिनों चीनी का समूह पकड़ा गया था , जो भारत में आकर फ्रॉड गतिविधियों को अंजाम दे रहे थे। चीन अपने नागरिकों को नेपाल सीमा के जरिए भारत में जासूसी कराने के लिए भेजता हैं, जिनमें अधिकांश महिलाए शामिल हैं । वह भारत अलग -अलग एरिया में रहकर यंहा खुफिया जानकारी इकठ्ठा करते हैं , जिनको वह चीन में सोशल मीडिया के माध्यम के भेज देते हैं । चीनी जासूस भारत के प्रसिद्ध रेंस्टोरेंट में पकड़े जा चुके हैं ।