कांग्रेस के विधायक दल के नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री ओकराम इबोबी सिंह ने गुरुवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नागरिकता विधेयक पारित कराने का प्रयास कर रही है लेकिन इससे पूर्वोत्तर क्षेत्र में गंभीर मानवीय संकट उत्पन्न हो जाएगा क्योंकि मणिपुर समेत पूर्वोत्तर के सभी राज्यों की सीमाएं दूसरे देशों से लगती हैं।
श्री सिंह ने यहां कांग्रेस कार्यालय में मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हालिया मणिपुर और असम यात्रा से पूर्वोत्तर में गंभीर संकट उत्पन्न होने की आशंका है। उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर को लेकर प्रधानमंत्री की कथनी और करनी में बड़ फर्क है। श्री मोदी को यह नहीं सोचना चाहिए कि इस क्षेत्र के लोग मुद्दों के प्रति जागरूक नहीं हैं। पहले से ही पड़सी देशों से बड़ संख्या में लोगों की आमद से दो-चार हो रहे इस क्षेत्र के लोगों का जीवन नागरिकता विधेयक से काफी प्रभावित होगा। उन्होंने कहा कि मूल निवासियों की केवल शब्दों से रक्षा नहीं की जा सकती है।
मणिपुर जन सुरक्षा विधेयक, 2018 को मंजूरी देने के लिए केंद्र सरकार पर दबाव बनाने के वास्ते मंत्रिमंडलीय दल गठित करने का राज्य सरकार का फैसला अतार्किक है। एक बार संसद में नागरिकता विधेयक पारित होने के बाद यह किसी भी विधानसभा द्वारा पारित विधेयक को रद्द कर देगा। श्री इबोबी ने कहा कि प्रवासियों की बढ़ती संख्या के कारण मणिपुर के मूल निवासी अल्पसंख्यक हो गये हैं। इसी कारण राज्य सरकार ने मणिपुर जन सुरक्षा विधेयक पारित किया था। उन्होंने कहा कि अगर नागरिकता विधेयक के मसले को गंभीरता से नहीं लिया गया तो पूरा पूर्वोत्तर जल उठेगा। यह मसला राजनीति से ऊपर है और हर राजनीतिक दल को इस पर मिलजुल कर काम करना चाहिए।