कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा सोमवार को प्रवासी मजदूरों के रेल टिकट का भुगतान पार्टी द्वारा किए जाने का ऐलान किया गया। कांग्रेस अध्यक्ष के ऐलान के तुरंत बाद छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य के प्रवासी मजदूरों की वापसी के रेल किराए की राशि को वहन करने का निर्णय लिया है।
राज्य के परिवहन सचिव डा.कमलप्रीत सिंह ने आज रायपुर रेल मंडल प्रबन्धक श्याम सुन्दर गुप्ता को लिखित रूप से छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा राज्य के प्रवासी मजदूरो की वापसी के रेल किराए की राशि को वहन करने की जानकारी दी है। सोनिया के ऐलान से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रेल मंत्री पीयूष गोयल को पत्र लिखकर प्रवासी मजदूरों के रेल किराए को रेलवे के वहन करने की मांग की थी।
परिवहन सचिव ने मंडल रेल प्रबन्धक को अवगत करवाया है कि छत्तीसगढ़ के मजदूरों, श्रमिको को अन्य राज्य से छत्तीसगढ़ आने के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेन की सुविधा उपलब्ध करवाने पर उनके यात्रा किराए का व्यय भार राज्य शासन द्वारा वहन किया जाएगा।
J&K प्रशासन ने लॉकडाउन 3.0 के लिए जारी किये दिशा-निर्देश, पूरी कश्मीर घाटी रेड जोन में शामिल
बता दें कि कि छत्तीसगढ़ के बड़ी संख्या में प्रवासी श्रमिक देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे हुए हैं। हेल्पलाइन और अन्य माध्यमों से प्राप्त सूचना के अनुसार लगभग 1.17 लाख से भी अधिक प्रवासी कामगार देश के 21 राज्यों और 4 केंद्र शासित प्रदेशों में फंसे होने की जानकारी है। परिवहन की प्रक्रिया शुरू होने के बाद संख्या बढ़ सकती है। मुख्यमंत्री बघेल प्रवासी मजदूरों को राज्य में वापस लाने के लिए 28 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों की पूर्व में मांग कर चुके है।