देशभर में कोरोना वायरस का कहर तेजी से बढ़ रहा है। इस बीच, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शनिवार को पत्र लिखकर आग्रह किया कि यूजीसी के दिशा-निर्देशों पर फिर से विचार करें जिसमें कॉलेजों एवं विश्वविद्यालयों में सितम्बर के अंत तक फिर से परीक्षा आयोजित करना अनिवार्य किया गया है।
मुख्यमंत्री ने अपने पत्र में कहा कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के छह जुलाई के दिशानिर्देश का छात्र हितों पर विपरीत असर होगा। बनर्जी ने अपने पत्र में कहा, ‘‘मैं समझती हूं कि विभिन्न राज्यों ने भारत सरकार के साथ मुद्दे को उठाया है, अपनी चिंताएं व्यक्त की हैं और नये दिशानिर्देशों से असहमति जताई है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं इसलिए आपसे आग्रह करती हूं कि मामले पर तुरंत पुनर्विचार किया जाए।’’
इससे पहले दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के इस सिलसिले में पीएम मोदी को पत्र लिख चुके हैं। केजरीवाल ने प्रधानमंत्री मोदी को लिखे पत्र में कहा, केंद्र सरकार और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) छात्रों के हित में अपनी गाइडलाइंस में बदलाव करें और अंतिम समेंस्टर की परीक्षा रद्द करें। यह मामला दिल्ली सरकार द्वारा कोरोनो वायरस संकट के कारण राज्य विश्वविद्यालयों में अंतिम सेमेस्टर परीक्षा सहित सभी परीक्षाओं को रद्द करने की घोषणा के बाद सामने आया है।
केजरीवाल ने कहा, हमारे युवाओं के लिए, मैं पीएम से व्यक्तिगत रूप से हस्तक्षेप करने और डीयू और अन्य केंद्रीय सरकारी विश्वविद्यालयों की अंतिम वर्ष की परीक्षाओं को रद्द करने और छात्रों के भविष्य को बचाने का आग्रह करता हूं।
राष्ट्रीय राजधानी में राज्य विश्वविद्यालय के अंतर्गत दिल्ली प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय, अंबेडकर विश्वविद्यालय, गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय आदि विश्वविद्यालय आते हैं। वहीं दिल्ली विश्वविद्यालय केंद्रीय विश्वविद्यालय के अंतर्गत आता है।