पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बोलपुर में कहा कि केंद्र सरकार के खिलाफ विचार रखने के लिए अमर्त्य सेन को निशाना बनाया गया। कृषि कानून के खिलाफ आंदोलन को लेकर उन्होंने कहा कि हम किसानों के साथ हैं। हम मांग करते हैं कि तीन कृषि कृषि कानूनों को वापस लिया जाए।
सीएम ममता ने कहा कि वे (भाजपा) दंगों के जरिए बंगाल को आग में झोंकना चाहते हैं। भाजपा जेएनयू जैसे विश्वविद्यालयों और शैक्षणिक संस्थानों को तोड़ने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि बंगाल को बदनाम किया जा रहा है। गांधीजी तब दंगे के दौरान शांति लाने के लिए बेलियाघाट आए थे।
ममता बनर्जी ने कहा कि मुझे राजनीतिक रूप से निशाना बनाया जाता है। चाहे वह अभिजीत बनर्जी हों या अमर्त्य सेन, उनका समाज में एक अलग स्थान है। हमारे शिक्षाविदों को निशाना बनाया जा रहा है। अब वे अलग-थलग महसूस कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन वर्षों में, उन्होंने (भाजपा) नेताजी पर कुछ नहीं कहा। अब वे उसके बारे में बात कर रहे हैं।
बता दें कि तृणमूल कांग्रेस के एक नेता ने कहा कि पार्टी सुप्रीमो और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली के पास विरोध कर रहे किसानों से बात की और उन्हें आश्वासन दिया कि उनकी पार्टी उनके साथ खड़ी है। पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ दल ने आंदोलनरत किसानों से बातचीत के लिए भी पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल भेजा था।