प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा रविवार को की गई ‘मन की बात’ रेडियो कार्यक्रम पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हमारे दूरदर्शी एवं लोकप्रिय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के 18 वर्ष की आयु के ऊपर के लोगों को निशुल्क वैक्सीन लगवाकर उन्हें कोरोना से सुरक्षित करने के साथ देश के जिन क्षेत्रों में वैक्सीन को लेकर लोगों के मन में भ्रम है। उस भ्रम को भी दूर कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री शिवराज चौहान ने कहा कि प्रदेश के बैतूल जिले के डुलारिया गांव में वैक्सीनेशन को लेकर लोगों में भ्रम व्याप्त था और लोग वैक्सीन लगवाने से डर रहे थे। प्रधानमंत्री मोदी ने आज ‘मन की बात’ कार्यक्रम के माध्यम से वहां के लोगों में से राजेश हिरावे एवं किशोरीलाल दूर्वे से सीधे बातचीत की और उन्हें समझाया। इसके बाद गांव में उत्साह के साथ वैक्सीनेशन हो रहा है। इसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री का हृदय से आभार व्यक्त किया है।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री के साथ हुई चर्चा में हिरावे एवं दूर्वे ने बताया कि वैक्सीन को लेकर उनके गांव में काफी भ्रम फैला हुआ था। इससे बुखार आता है और मृत्यु तक हो जाती है। प्रधानमंत्री ने चर्चा के दौरान दोनों को समझाया की वैक्सीन विश्व के अनेकों वैज्ञानिकों की दिन-रात की मेहनत के बाद बनाया गया है। वैक्सीन पूर्ण रूप से सुरक्षित है। उन्होंने स्वयं वैक्सीन के दोनों डोज लिए हैं तथा उनकी 100 वर्षीय माताजी ने भी दोनों डोज लगवाए हैं। वैक्सीन लगवाने के बाद थोड़ बुखार आता है, परन्तु वह शीघ, ठीक हो जाता है।
वैक्सीन से शरीर को किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं होता। वैक्सीन कोरोना के विरुद्ध सुरक्षा चक्र है। अत: गांव के सभी लोग वैक्सीन अवश्य लगवाएं। पीएम मोदी की समझाइश के बाद डुलारिया गांव के व्यक्तियों ने कहा कि टीके को लेकर अब हमारा भ्रम दूर हो गया है। हम भी टीका लगवाएंगे और अब दूसरों को भी टीका लगवाने के लिए प्रेरित करेंगे। इस पर पीएम मोदी ने कहा कि इस बीमारी से बचने के 2 रास्ते हैं। पहला कोविड प्रोटोकॉल का पूरा पालन करना और दूसरा वैक्सीन लगवाना।
जब डुलारिया गांव में टीकाकरण पूरा हो जाए, तो मुझे जरूर बताएं। मैं आपकी चिट्टी का इंतजार करूंगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने सतना जिले के किसान रामलोटन कुशवाह से भी बातचीत की है। रामलोटन ने घर में देशी म्यूजियम बना रखा है, जिसमें हजारों औषधीय पौधों एवं वनस्पतियों के बीज आदि का संग्रह है। उनके इस कार्य की सराहना प्रधानमंत्री ने भी की है। उन्होंने कहा कि हमारे आसपास की हर वनस्पति में औषधीय गुण हैं। हम इन्हें पहचानें और दूसरों को भी इसकी जानकारी दें।