अनुसूचित जाति वर्ग की महिला एवं पूर्व मंत्री इमरती देवी के खिलाफ अपमानजनक बयान देकर मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ विवादों में आ गए है। उपचुनाव से पहले कमलनाथ के इस बयान पर बीजेपी हमलावर हो गए। इस संबंध में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस पार्टी की अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखा है।
मुख्यमंत्री शिवराज ने अपने पत्र में सोनिया को लिखा कि “कमलनाथ को तुरंत सभी पार्टी के पदों से हटा दें और उनके बयान की कड़ी निंदा करें। यदि आप प्रतिक्रिया देने में विफल रहती हैं, तो मैं यह मानने के लिए मजबूर हो जाऊंगा कि आप इसका समर्थन करती हैं।
महिला नेता के खिलाफ कमलनाथ के बयान के विरोध में मुख्यमंत्री शिवराज ने ऐतिहासिल मिंटो हॉल परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष दो घंटे के ‘मौन उपवास’ किया। उपवास के बाद मुख्यमंत्री ने कहा, कमलनाथ ने सार्वजनिक मंच से एक नहीं, दो दो बार इमरती देवी के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी की। और तो और देर रात आइटम शब्द को उचित बताने का प्रयास किया। इन सब बातों के मद्देनजर महिला, मां, बेटी और बहन होने के नाते सोनिया गांधी को कमलनाथ के बारे में अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए।
उन्होंने ने कहा कि वे इस संबंध में सोनिया गांधी को एक पत्र भी लिख रहे हैं और उनके पत्र के जवाब का इंतजार भी वे करेंगे। वे सोनिया से पूछना चाहते हैं कि क्या वे कमलनाथ को पार्टी से हटाएंगी या उनके खिलाफ कुछ और कार्रवाई करेंगी। कमलनाथ राज्य में पूर्व मुख्यमंत्री, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष हैं। उनके नेतृत्व में विधानसभा उपचुनाव लड़ जा रहा है। तो क्या उनका यह कृत्य जायज है।
दरअसल, कमलनाथ ने रविवार ग्वालियर जिले के डबरा में आयोजित चुनावी सभा में बीजेपी प्रत्याशी इमरती देवी को आइटम कहा है। इसके बाद से ही बीजेपी काफी हमलावर हो गई है। वहीं कमलनाथ ने कल देर रात अपनी सफाई में दावा करते हुए कहा कि आइटम कोई असम्मानजनक शब्द नहीं है।
वहीं इमरती देवी का भी मीडिया से चर्चा का एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें इमरती देवी कमलनाथ को लेकर काफी भला बुरा कहते हुए सुनी जा रही हैं। उन्होंने कहा कि कमलनाथ पश्चिम बंगाल के हैं और वे महिलाओं के प्रति अक्सर सम्मानजनक भाव नहीं रखते हैं। इस वीडियो में इमरती देवी की आंखों में आंसू भी दिखायी दे रहे हैं।