शराब या अन्य नशीले पदार्थ का सेवन किसी भी प्रकार से स्वस्थ्य के हानिकारक होता है। ज्यादा तर नशीले पदार्थो के पैकेट पर चेतवानी भी लिखी होती है। ये सामग्री स्वस्थ के लिए हानिकारक है और साथ ही एक चित्र भी छपा होता है। कभी भी ये सुनने को मिल जाता है की वो व्यक्ति शराब का सेवन अधिक करता था या अन्य किसी भी प्रकार नशा करता था जिस कारण उसकी जान चली गई।नशीले पदार्थ अगर नकली हो या किसी भी प्रकार से उसमे मिलावट हो तो वह सिर्फ नशीला पदार्थ न रह कर एक प्राण घातक सामग्री सिद्ध हो सकती है।
एकियारकुप्पम मछली पकड़ने के गांव में अवैध शराब के सेवन से आठ लोगों की मौत
विलुप्पुरम में कथित तौर पर जहरीली शराब पीने से आठ लोगों की मौत के बाद तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने सोमवार को कहा कि आगे की जांच के लिए मामले को अपराध शाखा सीआईडी को सौंपा जाएगा। मुख्यमंत्री स्टालिन ने सोमवार को विलुप्पुरम सरकारी अस्पताल का दौरा कर कथित तौर पर जहरीली शराब से बीमार हुए लोगो से मुलाकात की। शनिवार शाम विलुप्पुरम के मरक्कनम के एकियारकुप्पम मछली पकड़ने के गांव में अवैध शराब के सेवन से आठ लोगों की मौत हो गई। पुलिस के मुताबिक विल्लुपुरम में जहरीली शराब के सेवन से मरने वालो की संख्या बढ़कर 8 हो गई ,जबकि दो और लोगो ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। इसके साथ ही राज्य में जहरीली शराब पीने की दो अलग-अलग घटनाओ में मरने वालो की संख्या बढ़कर 12 हो गई है। इससे पहले शुक्रवार को चेंगलपट्टू जिले के मदुरंथागम में अवैध शराब पीने से चार लोगों की मौत हो गई थी।
मरक्कानम में चार पुलिसकर्मियों को निलंबित
पुलिस महानिरीक्षक (उत्तर) एन कन्नन ने रविवार को कहा कि पीड़ितों ने संभवतः शराब का सेवन किया था जिसमें कथित तौर पर इथेनॉल-मेथनॉल और अन्य रासायनिक पदार्थों का मिश्रण था।मुख्यमंत्री ने कहा कि मरक्कानम में चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को इस घटना में अस्पताल में भर्ती लोगों का उचित इलाज करने का भी निर्देश दिया। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार अवैध शराब और नशीले पदार्थों पर सख्ती से रोक लगा रही है। रविवार को, मुख्यमंत्री स्टालिन ने मृतकों के परिवारों में से प्रत्येक को 10 लाख रुपये देने की घोषणा की और अस्पताल में भर्ती लोगों को 50,000 रुपये के मुआवजे की भी घोषणा की।