कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने बुधवार को दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात के बाद कहा कि मंत्रिमंडल के विस्तार पर फैसला अगले 2-3 दिनों में लिया जाएगा। सीएम येदियुरप्पा उप मुख्यमंत्री गोविंद करजोल के साथ राष्ट्रीय राजधानी में जेपी नड्डा से मिले और उन्हें कैबिनेट में नए चेहरों को समायोजित करने की आवश्यकता बताई।
सीएम येदियुरप्पा ने बैठक के बाद कहा कि "मैंने जेपी नड्डा को नए चेहरों को समायोजित करने के लिए जल्द से जल्द कैबिनेट विस्तार करने की आवश्यकता के बारे में सूचित किया है। उन्होंने ने कहा कि वह इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे और अगले 2-3 दिनों में वापस आ जाएंगे।" मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि उन्होंने पार्टी प्रमुख के साथ राज्य के विकास के मुद्दे पर भी चर्चा की। साथ ही जेपी नड्डा ने मुख्यमंत्री येदियुरप्पा को सूचित किया कि वह अगले महीने अपने देशव्यापी दौरे के तहत कर्नाटक का दौरा करेंगे।
यह पूछे जाने पर कि क्या यह कैबिनेट विस्तार या फेरबदल होगा मुख्यमंत्री ने कहा, "यह नड्डा जी द्वारा दी गई दिशा पर निर्भर करेगा।" राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा के खेमे के भीतर राजनीतिक गतिविधि तेज हो गई है क्योंकि मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने 10 नवंबर को संकेत दिया था कि 2 विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनावों में पार्टी की जीत के बाद मंत्रिमंडल में फेरबदल हो सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा था कि वह जल्द ही नई दिल्ली में पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व के साथ चर्चा करेंगे और उनकी मंजूरी लेंगे, क्योंकि उन्होंने कुछ मंत्रियों को छोड़ने या शामिल करने के फेरबदल के बारे में संकेत दिया था।
मंत्रिमंडल में फेरबदल के लिए उम्मीद की जा रही है कि मुख्यमंत्री कड़ा रुख अपनाएंगे, क्योंकि मंत्रालय में शामिल होने के लिए नए-पुराने बहुत से अकांशी हैं। उमेश कट्टी जैसे कई पुराने नेता मंत्रालय में शामिल होने के लिए एक मौके की प्रतीक्षा कर रहे हैं, कांग्रेस-जद (एस) के बागी नेता जैसे एएच विश्वनाथ, आर शंकर और एमटीबी नागराज, जिन्होंने भाजपा को सत्ता में वापसी में मदद की और अब पार्टी एमएलसी हैं, स्लॉट के लिए भी इच्छुक हैं।
बता दें कि समझौते के मुताबिक मुख्यमंत्री येदियुरप्पा को उपचुनाव में राजराजेश्वरी नगर सीट से अपनी जीत के बाद मुनिरत्न के लिए भी स्थान रखना होगा, वर्तमान में कैबिनेट में 27 सदस्य हैं और 4 बर्थ अभी भी खाली हैं। कई विधायकों ने अपनी आकांक्षाओं को खुले तौर पर व्यक्त किया है, बीजेपी में राजनीतिक घमासान मचा हुआ है।