भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता एवं झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) और कांग्रेस को विकास का सबसे बड़ अवरोधक बताया और कहा कि दोनों दल केवल वंशवाद की राजनीति करते हैं। श्री दास ने पार्टी प्रत्याशियों के पक्ष में आज कई चुनावों सभाओं को संबोधित करते हुए झामुमो और कांग्रेस पर जमकर प्रहार किया। उन्होंने झामुमो और कांग्रेस पर वंशवाद की राजनीति करने का आरोप लगाया और कहा कि इन पार्टियों ने कई दशकों से एक परिवार के विकास के लिए काम किया है। ये पार्टियां सिर्फ बाप, बेटा, बेटी और बहू तक ही सीमित है। उन्होंने कहा कि खानदान की राजनीति करने वाले के पास देश के विकास का एजेंडा नहीं। उन्होंने कहा कि गांधी परिवार देश को और झारखण्ड मुक्ति मोर्चा झारखण्ड को जागीर समझते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘ मैं एक खलासी का बेटा और मजदूर हूं। मैंने गरीबी देखी है। वंशवाद और खानदान की राजनीति करने वाले गरीबी क्या जाने। इनके अंदर इस बात की बौखलाहट है कि एक चाय बेचने वाला गरीब घर का बेटा आज देश प्रधानमंत्री है जो देश के विकास में जुटा है। इसलिए विपक्ष उन्हें लगातार अपशब्द कह रहा है। श्री दास ने सीएनटी (छोटानागपुर काश्तकारी अधिनियम) और एसपीटी (संथाल परगना अधिनियम) एक्ट को लेकर विपक्ष के हमलों पर चुनौती देते हुए कहा कि विपक्ष को बताना चाहिए कि सरकार ने कहां आदिवासियों की जमीन छिनी है। रघुवर दास ने कहां इनका उल्लंघन किया है।
उन्होंने कहा, ‘‘ मैं भी साल 1995 से विधायक, मंत्री और अब मुख्यमंत्री हूं, कोई बता दे कि मैंने एक इंच भी जमीन सीएनटी-एसपीटी एक्ट के उल्लंघन कर खरीदी हो। ’’ मुख्यमंत्री ने झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन और नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन पर हमला करते हुए कहा कि सोरेन परिवार असल में संथाल परगना का नहीं बल्कि बोकारो जिला स्थित गोला का रहने वाला है, लेकिन राज्यभर में करोड़ रुपये की जमीन सत्ता में रहते हुए कानून का उल्लंघन कर खरीदी है। खुद को संताल का हितैषी बताने वाले झामुमो ने संताल के विकास को रोक कर सोरेन परिवार का विकास किया। श्री दास ने कहा कि चुनाव के वक्त ही हमेशा झामुमो को जल, जंगल और जमीन की याद आती है।
अफवाहें फैलाकर झामुमो के नेता जनता को भ्रमित करते हैं। पिछले 40 साल से यही होता आ रहा है। संताल के लोग हमेशा से ठगे गये है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार संथाल के विकास के लिए कृतसंकल्पित है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में संथाली लिपि ओलचिकी को बढ़वा दिया जा रहा है। संथाल के विकास और यहां की संस्कृति को अक्षुण्ण रखने के लिए सरकार कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री ने युवाओं को विकास में भागीदार बनने का आह्वान करते हुए कहा, ‘‘संताल के युवाओं जो जिंदगी आपने अब तक जी है क्या वही जिंदगी आने वाली पीढ़ भी जिये। आप ऐसी जिंदगी आने वाली पीढ़ पर ना थोपें। इसे बदलें। आप एक कदम चलें राज्य सरकार आपके साथ चार कदम चलेगी।