कर्नाटक विधान परिषद के उपाध्यक्ष एस. एल. धर्मेगौड़ा का मंगलवार तड़के रेल की पटरी पर मृत पाए गए। उनकी मौत पर आत्महत्या की शंका जताई जा रही है। धर्मेगौड़ा की मौत पर अब सियासत शुरू हो गई है। जेडीएस नेता और कर्नाटक के पूर्व सीएम एचडी कुमारस्वामी द्वारा इसे राजनीतिक हत्या बताया है, वहीं कांग्रेस ने इस मामले में जांच की मांग की है।
कर्नाटक विधान परिषद में प्रतिपक्ष ने नेता एसआर पाटील ने कहा कि इस बात की जांच आवश्यक है कि सदन में हंगामा और हाथापाई के दौरान धर्मेगौड़ा को सभापति की सीट पर बैठने के लिए किसने उकसाया था। उन्होंने कहा कि सभापति की मौजूदगी में उनके आसन पर उप सभापति बैठना गलत था और इन सभी के लिए भारतीय जनता पार्टी जिम्मेदार है।
उन्होंने कहा कि पुलिस की ओर से धर्मेगौड़ा की मौत को लेकर दी जा रही सूचनाएं भ्रम पैदा कर रही हैं। इसलिए, सरकार को संदेह को दूर करने के लिए घटना की जांच करानी चाहिए। इससे पहले कुमारस्वामी ने धर्मेगौड़ा की मौत को राजनीतिक हत्या बताते हुए कहा, उनकी मौत का जिम्मेदार कौन है, इस बारे में सच्चाई जल्द से जल्द सामने आनी चाहिए।