जोशीमठ संकट पर कांग्रेस नेता ने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी पर बड़ा इल्ज़ाम लगाते हुए कहा कि, जोशीमठ मानव जनित आपदा से पीड़ित है तथा राज्य सरकार इस आपदा से निपटने में असमर्थ साबित हो रही है, इसलिए इस संकट को राष्ट्रीय आपदा घोषित किया जाना चाहिए। जोशीमठ घोर आपदा से घिरा हुआ है। आम जन-जीवन तितर-बितर हुआ पड़ा है लोग घर छोड़ने पर मज़बूर हैं, संकट दिन-प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है धीरे-धीरे पूरा शहर धंस रहा है।
मुआवज़े की घोषणा हास्यास्पद और पीड़ितों का मजाक है
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़, पार्टी के उत्तराखंड प्रभारी देवेंद, यादव तथा पार्टी नेता मनीष खंडूड़ ने सोमवार को यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि जोशीमठ की आपदा मानव निर्मित है और जिन परियोजनाओं को आपदा का कारण माना जा रहा है उन सभी परियोजनाओं पर निर्माण कार्य तत्काल रोक दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने आपदा पीड़ित के लिए 5000 रुपए मुआवजा देने की घोषणा की है। सरकार की यह घोषणा हास्यास्पद और पीड़ित के साथ मजाक है। सरकार को जोशीमठ संकट पर ध्यान देकर लोगों की समस्याओं का तत्काल निवारण करना चाहिए।
जोशीमठ के लोग आंदोलन कर रहे हैं
उन्होंने कहा कि जोशीमठ के लोग आंदोलन कर रहे हैं और लोगों की मांग है कि कि चारधाम योजना के तहत हेलंग सड़क मार्ग पर निर्माण बंद हो, टनल पर कोई विस्फोट नहीं किया जाना चाहिए। क्षेत्र के लोगों का बीमा करवा कर एक समन्वय समिति बनाई जाए और स्थानीय लोगों को समिति का हिस्सा बनाकर राज्य सरकार से बात करने के लिए अधिकृत किया जाय।
खतरा वाली परियोजनाओं को तत्काल बंद कर देना चाहिए
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि जोशीमठ में परिवार उजड़ रहे हैं, यहां तक की ज्योतिर्मठ, लक्ष्मी नारायण मंदिर, राजराजेश्वरी मंदिर सब पर दरारें आ गई है। लोगों के घर टूट रहे हैं, दुकानें टूट रही हैं, मंदिर टूट रहे हैं लेकिन सरकार असंवेदनशील बनी हुई है और मुख्यमंत्री महज दो घंटे के लिए जोशीमठ जाकर स्थिति का आकलन करते हैं। उनका कहना था कि इस मामले में लापरवाही बरते बिना सरकार को जोशीमठ के लिए खतरा मानी जा रही परियोजनाओं को तत्काल बंद कर देना चाहिए। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि मंगलवार को पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री से मिलेगा और राज्यपाल के समक्ष भी अपनी बात रखेगा। उनका कहना था कि पार्टी ने एक समिति गठित की है, जो बराबर जोशीमठ में लोगों की समस्याओं को सुनेगी और उनके समाधान का प्रयास करेगी।