कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि हरियाणा में निजी क्षेत्र की नौकरियों में राज्य के युवाओं के लिए 75 फीसदी आरक्षण के प्रावधान संबंधी विधेयक पारित किया जाना उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों के युवाओं के हितों पर डाका डालने का कुत्सित प्रयास है तथा यह उनका अपमान भी है।
पार्टी के पश्चिम बंगाल प्रभारी प्रसाद ने ट्वीट किया, ‘‘ निजी नौकरियों में 75 फीसदी हरियाणा के युवाओं को आरक्षण देने का विधेयक पारित कर उत्तर प्रदेश, बिहार, बंगाल जैसे प्रदेशों के युवाओं के हितों पर डाका डालने का कुत्सित प्रयास किया गया है।’’
प्राइवेट नौकरियों में 75% हरियाणा के युवाओं को आरक्षण देने का बिल पास कर उत्तर प्रदेश,बिहार,बंगाल जैसे प्रदेशों के युवाओं के हितों पर डाका डालने का कुत्सित प्रयास किया है।इन प्रदेशों के युवाओं को महज लेबर तक ही परिधि में लाकर छोड़ दिया। जो कि इन प्रदेशों के युवाओं का अपमान है! https://t.co/M3SkcsNWf9
— Jitin Prasada जितिन प्रसाद (@JitinPrasada) November 6, 2020
उन्होंने कहा, ‘‘इन प्रदेशों के युवाओं को महज लेबर तक की परिधि में लाकर छोड़ दिया। यह इन प्रदेशों के युवाओं का अपमान है!’’ उल्लेखनीय है कि हरियाणा विधानसभा ने बृहस्पतिवार को एक विधेयक को मंजूरी प्रदान कर दी जिसमें निजी क्षेत्र की नौकरियों में राज्य के युवाओं के लिए 75 प्रतिशत आरक्षण के प्रावधान किए गए हैं।
हरियाणा राज्य स्थानीय उम्मीदवारों को रोजगार विधेयक, 2020 में निजी क्षेत्र की ऐसी नौकरियों में स्थानीय लोगों के लिए 75 प्रतिशत आरक्षण प्रदान करता है जिनमें वेतन प्रति माह 50,000 रुपये से कम है।