महाराष्ट्र में हालही में अभी सियासी बवाल खत्म हुआ है। इसी बीच कांग्रेस नेता एवं लोकसभा के पूर्व सदस्य मिलिंद देवड़ा ने 2017 से 2022 के बीच सड़कों के रखरखाव पर बीएमसी द्वारा खर्च किए गए 12,000 करोड़ रुपये के संबंध में केंद्रीय सीबीआई से जांच कराने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यह राशि ‘एनएचएआई के वार्षिक बजट का 10 प्रतिशत’’ है। साथ ही उन्होंने कहा कि मुंबई के लोग यह जानने के हकदार हैं कि देश के सबसे अमीर नगर निकाय को कौन ‘लूट’ रहा है। देवड़ा ने बुधवार को ट्वीट किया, ‘‘2017-22 के बीच बीएमसी ने मुंबई की सड़कों पर 12,000 करोड़ रुपये खर्च किए जो कि एनएचएआई के वार्षिक बजट का 10 प्रतिशत है। मुंबईकर हर साल गड्ढों को भरते हैं और वे यह जानने के हकदार हैं कि भारत के सबसे अमीर नगर निकाय को कौन लूट रहा है।’’ सीबीआई जांच की मांग करते हुए, देवड़ा ने कहा कि सड़कें तो महज एक उदाहरण हैं, बीमएसी ने गड्ढों को भरने के लिए ‘कोल्ड मिक्स’ के इस्तेमाल समेत सड़क रखरखाव पर प्रति वर्ष 45 करोड़ रुपये यानि पांच वर्षों में 225 करोड़ रुपये अतिरिक्त खर्च किए हैं।
रवि राजा ने भी देवड़ा का समर्थन किया
कांग्रेस नेता ने कहा कि बीएमसी ने वित्त वर्ष 2017-18 में 2,300 करोड़ रुपये, 2018-19 में 2,250 करोड़ रुपये, 2019-20 में 2,560 करोड़ रुपये, 2020-21 में 2,200 करोड़ रुपये और 2021-22 में 2,350 करोड़ रुपये खर्च किए। बीएमसी में कांग्रेस दल के नेता रहे रवि राजा ने भी देवड़ा का समर्थन किया। राजा का कार्यकाल हाल में खत्म हुआ था। राजा ने ट्वीट किया, ‘‘मैं मानता हूं कि बीएमसी ने मुंबई की सड़कों पर 12,000 करोड़ रुपये खर्च किए हैं और हम हर दिन नतीजे देखते हैं। बीएमसी द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली ‘कोल्ड मिक्स’ पद्धति ने हमेशा खराब परिणाम दिया है लेकिन प्रशासन का अब भी इस पर जोर है। इससे संदेह पैदा होता है और जांच होनी चाहिए।’’
मुंबई में जल्द ही नगर निगम चुनाव होने की संभावना
इस बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख नाना पटोले ने कहा कि जब से शिवसेना और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने नगर निकाय पर शासन करना शुरू किया तब से मुंबई में जलभराव की समस्या है। पटोले ने दावा किया कि जब महापौर कांग्रेस से थे तो मुंबई को कभी जलभराव का सामना नहीं करना पड़ा। कांग्रेस का यह हमला ऐसे वक्त हुआ है जब उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बुधवार को विधानसभा को अवगत कराया कि बीएमसी के कामकाज के संबंध में नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) द्वारा एक विशेष ऑडिट किया जाएगा। मुंबई में जल्द ही नगर निगम चुनाव होने की संभावना है।