उत्तराखंड से कांग्रेस के राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा ने मंगलवार को कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत को वर्ष 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस का चेहरा बनाया जाना चाहिए और उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी को भी अपनी इस राय से अवगत करा दिया है। टम्टा ने कहा कि रावत को चुनावी चेहरा बनाए जाने से कांग्रेस कार्यकर्ताओं में नए उत्साह का संचार होगा।
इस संबंध में टम्टा ने हरियाणा का उदाहरण देते हुए कहा कि यदि भूपेंद्र सिंह हुड्डा को उचित समय पर चुनावी चेहरा बनाया गया होता तो वहां कांग्रेस सरकार बनाने में सफल रहती। टम्टा ने कहा कि उन्होंने कांग्रेस प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव को भी अपनी इस राय से अवगत करा दिया है और यादव का भी कहना है कि रावत के नेतृत्व वाली पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार की उपलब्धियों और वर्तमान त्रिवेन्द्र सिंह रावत सरकार की नाकामियों को जनता तक पहुंचाया जाएगा।
राज्यसभा सांसद ने कहा कि कांग्रेस का कार्यकर्ता होने के नाते उन्हें अभिव्यक्ति का अधिकार है और यदि इस विषय पर नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह भिन्न राय रखते हैं तो उन्हें यह हक है कि वे अपनी-अपनी राय अभिव्यक्त करें। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा और प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य सहित 12 बागी नेताओं को लोकतंत्र की हत्या के अपराधी करार देते हुए कहा कि इस अक्षम्य अपराध के दोषियों की कांग्रेस में वापसी संभव नहीं है।
बागी नेताओं की कांग्रेस में वापसी संबंधी एक प्रश्न के जवाब में टम्टा ने कहा कि कांग्रेस राष्ट्रीय नेतृत्व का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) एक सुनियोजित षड़यंत्र के तहत जनमत का अपहरण कर विभिन्न राज्यों में लोकतंत्र की हत्या कर रही और इस कार्य में भाजपा और षड़यंत्रकारी नेता दोनों ही समान रूप से दोषी हैं। यदि फिर भी बागी नेताओं की वापसी के संबंध में राष्ट्रीय नेतृत्व कोई सकारात्मक निर्णय लेता है तो हम निर्णय का समर्थन करेंगे।