भारत में कोरोना वायरस (कोविड-19) लगातार बढ़ता जा रहा है जिसके कारण देश में केंद्र तथा राज्य सरकारें काफी सतर्क हो गई है। बता दें कि कोरोना के सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र से सामने आए हैं। जिसके मद्देनजर केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर ने पुणे शहर में कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए जिला प्रशासन द्वारा उठाये गए कदमों की शनिवार को समीक्षा की।
जावडेकर पुणे के रहने वाले हैं। उन्होंने संभागीय आयुक्त दीपक म्हेस्कर, जिला कलेक्टर नवल किशोर राम और अन्य अधिकारियों के साथ एक वीडियो कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा पूरी दुनिया कोरोनो वायरस के खतरे से लड़ रही है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में हम भी पूरी जागरूकता के साथ इसमें शामिल हैं। प्रधानमंत्री उठाये गये कदमों की समीक्षा कर रहे हैं और सभी मुख्यमंत्री भी कदमों की समीक्षा कर रहे हैं।
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जावड़ेकर ने कहा कि चूंकि वह पुणे से हैं उन्होंने अधिकारियों के साथ बैठक की और सड़कों पर यातायात कम करने, यह सुनिश्चित करने के लिए लोग अपने घरों से काम करें तथा संक्रमण फैलने से रोकने के लिए एक जन आंदोलन की दिशा में काम करने के लिए उनकी प्रशंसा की। उन्होंने कहा एक गंभीर खतरा है। डरने की कोई जरूरत नहीं है, लेकिन सावधान रहना होगा।
उन्होंने हाथ धोने, सामाजिक मेल-जोल से दूर रहने और भीड़-भाड़ वाली जगहों पर नहीं जाने जैसे उपायों को सूचीबद्ध करते हुए कहा कि कोरोना वायरस के लक्षणों से पीड़ित लोगों के इलाज के लिए शहर में पर्याप्त संख्या में बेड हैं। उन्होंने कहा कि कारों में पुणे आने वाले लोगों की जांच हो रही है और उन्हें जानकारी मुहैया करायी जा रही है।
उन्होंने कहा मैंने अधिकारियों से बात की और उनसे केंद्र से उनकी अपेक्षाओं के बारे में पूछा। मैं उनकी मांगों को स्वास्थ्य, रेलवे, आदि जैसे मंत्रालयों के समक्ष रखूंगा और इसको लेकर उनके साथ सम्पर्क में रहूंगा। हम यह सुनिश्चित करने की दिशा में काम कर रहे हैं कि तीन लाख परिवारों को तीन महीने का अग्रिम राशन मिले। मंत्री ने कहा कि रविवार को ‘जनता कर्फ्यू है और लोगों को इस वायरस के खिलाफ एकजुट होना होगा।