कॉटन यूनिवर्सिटी छात्र संघ और इसके पूर्व छात्र संगठन ने सोमवार को नागरिकता संशोधन विधेयक के विरोध में यूनिवर्सिटी परिसर में बीजेपी और आरएसएस के सदस्यों का प्रवेश निषेध करने का फैसला किया। कॉटन यूनिवर्सिटी छात्र संघ के महासचिव राहुल बोरदोलोई ने सोमवार को संवाददाता सम्मेलन में असम के सभी विधायकों, सांसदों और अन्य पूर्वोत्तर राज्यों से विधेयक के खिलाफ खड़े होने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा कि बीजेपी-आरएसएस के साथ ही छात्र संघ और पूर्व छात्रों के संघ ने नागरिकता संशोधन विधेयक का समर्थन करने वाले सभी संगठनों और नेताओं का संस्थान के परिसर में प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया है। बोरदोलोई ने कहा कि छात्र संघ इस विधेयक का विरोध करता है और पांच दिसंबर को वह इसके खिलाफ प्रदर्शन का आयोजन करेगा।
चुनाव आयुक्तों को संवैधानिक संरक्षण मामले में सुनवाई 4 सप्ताह बाद सुनवाई करेगा SC
इससे पहले रविवार को डिब्रूगढ़ यूनिवर्सिटी के स्नातकोत्तर छात्रसंघ ने कहा था कि वह विधेयक के विरोध में मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल और सत्तारूढ़ बीजेपी के सदस्यों को परिसर में नहीं घुसने देगा।