मेघालय की राजधानी शिलांग में शनिवार को हिंसा की ताजा घटनाओं में एक व्यक्ति की मौत और आठ अन्य के गंभीर रूप से घायल होने के बाद कुछ क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया गया।
किसी प्रकार के अफवाह को फैलने से रोकने के लिए राज्य के छह जिलों में मोबाइल-इंटरनेट सेवाओं को स्थगित कर दिया गया है। पूर्वी, पश्चिमी जयंतिया हिल्स, पूर्वी, पश्चिमी एवं दक्षिणी खासी हिल्स तथा रि-भोई जिलों में अगले आदेश तक सभी मोबाइल इंटरनेट सेवायें स्थगित रहेंगी।
हिंसा की घटनाओं में घायल नौ लोगों में से मुख्य बाजार लिउदुह के व्यापारी ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। आठ अन्य गंभीर रूप से घायलों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती किया गया है। इसके अलावा जीएस रोड एवं सोहरा इलाके में दो प्रवासी मजदूरों की पिटाई करने का भी मामला सामने आया है।
नाम न छापने की शर्त पर एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि शिलॉन्ग में हुई हिंसक घटनाओं के पीछे का कारण शुक्रवार दोपहर सोहरा अनुमंडल के इचामती गांव में गैर-आदिवासियों के साथ झड़प के दौरान खासी छात्र संघ के सदस्य लुरशाई हाइनेविता की मौत है। इस घटना के बाद ही विभिन्न इलाकों में हिंसा और उपद्रव शुरू हुआ था।
शुक्रवार की झड़प के बाद उपद्रवियों ने इवुध में असम के बारपेटा जिले के एक व्यापारी रूपचंद दीवान को छुरा घोंप कर बुरी तरह घायल कर दिया। घायल व्यापारी ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। मुख्य बाजार में छुरेबाजी की घटना में आठ अन्य घायल हो गए।
घायलों की पहचान आकाश अली, अजय कुरी, रिकेश दास (60), सत्या मोदक, दीपक कुमार, प्रदीप कुरी, रोनेन शाह, अमन शाह और सुभम नाथ के रूप में की गई है। घायलों को शिलांग के सिविल अस्पताल और एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। चिकित्सा अधिकारियों ने कहा कि कुछ पीड़तिं की हालत गंभीर है।
पूर्वी खासी हिल्स जिले के पुलिस अधीक्षक क्लाउडिया लिंगवा ने कहा, ‘‘हम अभी तक छुरा घोंपने वालों की पहचान नहीं कर पाए हैं। मृतक और घायल व्यक्तियों के परिवार के सदस्यों की ओर से एक प्राथमिकी दर्ज की गई है जिसके आधार पर पुलिस कार्रवाई कर रही है।’’
श्री लिंगवा ने कहा कि केएसयू की ओर से दर्ज कराई गई प्राथमिकी के आधार पर इचामती गांव में शुक्रवार को हुई झड़प के मामले में शनिवार को आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार लोगों में सुशांत दास, रंजीत बैद्य, बिजित बैद्य, कनाल बैद्य, सजोल दास, इंद्रमोहन शर्मा और राजेश शर्मा शामिल हैं।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा,‘‘शिलांग और इचमाटी में स्थिति नियंत्रण में है लेकिन हम कड़ निगरानी रख रहे हैं।’’ राज्य सरकार ने कानून और व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने में पुलिस की सहायता के लिए केंद, सरकार से केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल की आठ कंपनियों की मांग की है।
मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने आज सुबह सचिवालय में गृह मंत्री लाहमेन रिम्बुई, पुलिस महानिदेशक आर चंद्रनाथन, पूर्वी खासी हिल्स के उपायुक्त मेतसीडोर वार नोंगब्री और अन्य शीर्ष अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की।
श्री संगमा ने कहा कि अतिरिक्त केंद्रीय अर्धसैनिक बल आज शाम राज्य में ‘आंशिक रूप से’ पहुंच गए हैं। इन बलों को राज्य की राजधानी और सोहरा अनुमंडल के संवेदनशील स्थानों पर तैनात किया जाएगा। हिंसाग्रस्त इचमाटी गांव सोहरा अनुमंडल के तहत आता है।
मुख्यमंत्री ने मृतक के परिजनों को दो लाख रुपये की सहायता राशि देने की भी घोषणा की। इसके अतिरिक्त, इचमाटी में झड़प की जांच के लिए एक मजिस्ट्रियल जांच शुरू की गई है। उन्होंने कहा,‘‘स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन तनावपूर्ण है।’’ पुलिस महानिदेशक कार्यालय ने राज्य में फंसे पर्यटकों के लिए आपातकालीन व्यवस्था की है, खासकर सोहरा (चेरापूंजी) में। शुक्रवार रात से जारी हिंसा और उसके बाद कर्फ्यू लगाने के कारण सोहरा में कई पर्यटकों के फंसे होने की खबर है।
पर्यटकों को सहायता के लिए आपातकालीन टोल फ्री नंबर 1800 345 3846 पर कॉल करने के लिए कहा गया है।
इस बीच, पूर्वी खासी हिल्स के उपायुक्त ने हिंसा को रोकने में सहायता करने के लिए विभिन्न इलाकों के एनजीओ नेताओं, और रंगबा शोंग्स (पारंपरिक प्रमुखों) के साथ बैठक की।
इस बीच श्री नोंगब्री ने बताया कि यहां कानून व्यवस्था की स्थिति के बिगड़ने की आशंका को देखते हुए शनिवार को फिर कर्फ्यू लगा दिया गया। इस तरह की खुफिया रिपोर्टें मिली थी कि स्थानीय लोग कानून व्यवस्था को बिगाड़ सकते हैं।
उन्होंने बताया कि लुमडाएनगजरी और सदर पुलिस थाना क्षेत्रों में दोपहर बारह बजे से अगले आदेशों तक कर्फ्यू लगा दिया गया है।