मेघालय की राजधानी के किसी भी हिस्से से संशोधित नागरिकता कानून को लेकर हिंसा या आगजनी की खबरें नहीं आने के मद्देनजर रविवार सुबह शिलांग से कर्फ्यू हटा लिया गया। लोगों को आस-पास की दुकानों में जरूरत का सामान और क्रिसमस के लिए उपहार तथा वस्तुएं खरीदते देखा गया। राज्य की राजधानी की सड़कें सुबह से ही क्रिसमस की लाइटों और तोरण द्वारों से सजने लगीं।
संशोधित नागरिकता कानून के विरोध में हो रहे प्रदर्शनों के हिंसक हो जाने के बाद 12 दिसंबर से शहर के सदर और लुमदिएंजगरी थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा हुआ था। इन प्रदर्शनों में कई लोग घायल हो गए थे और संपत्तियों को नुकसान पहुंचा था। पिछले कुछ दिनों से दिनभर के लिए निषेधाज्ञा से ढील दी जाती थी लेकिन कानून-व्यवस्था को बरकरार रखने के लिए रात का कर्फ्यू लागू था।
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पूर्वी खासी हिल्स के जिलाधिकारी एम डब्ल्यू नोंगबरी ने कहा कि रविवार सुबह चार बजे से कर्फ्यू पूरी तरह हटा लिया गया। फर्जी खबरों के प्रचार-प्रसार को रोकने के लिए मोबाइल इंटरनेट एवं मेसेजिंग सेवा पर एहतियात के तौर पर लगाई गई रोक को भी शुक्रवार रात बहाल कर दिया गया। मेघालय विधानसभा ने इस हफ्ते की शुरुआत में सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव स्वीकार किया जिसमें केंद्र से राज्य में इनर लाइन परमिट बढ़ाने का दायरा बढ़ाने की अपील की गई है ताकि इस विवादित कानून के दायरे से राज्य को बाहर रखा जा सके।