बॉम्बे हाई कोर्ट ने मेट्रो कार शेड के निर्माण पर बुधवार को रोक लगा दी है। इससे राज्य की उद्धव सरकार को झटका लगा है। इसके साथ ही महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस ने शिवसेना के नेतृत्व वाली राज्य सरकार से कहा है कि वह अपने ‘अहं’ को छोड़ दे और आरे कॉलोनी की जमीन पर निर्माण फिर से शुरू करे।
विधानसभा में विपक्ष के नेता ने कहा कि उद्धव ठाकरे सरकार ने सिर्फ अपने अहं को संतुष्ट करने के लिए कार शेड को आरे कॉलोनी से कांजुरमार्ग में स्थानांतरित कर दिया था। उन्होंने कहा, “उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली एमवीए सरकार ने कार शेड को स्थानांतरित करने को अपने अहं का मुद्दा बना लिया था। यह (कांजुरमार्ग में कार शेड का निर्माण) आर्थिक रूप से व्यवहार्य है।”
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, “यहां तक कि मनोज सौनिक समिति ने भी कहा था कि अगर मेट्रो कार शेड को कंजुरमार्ग में स्थानांतरित किया जाता है तो इससे राज्य को 5,000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त बोझ उठाना पड़ सकता है।”
मुख्य न्यायाधीश दीपांकर दत्ता और न्यायमूर्ति जी एस कुलकर्णी की खंडपीठ ने एकीकृत मेट्रो कार शेड के निर्माण के लिए कांजुरमार्ग क्षेत्र में 102 एकड़ साल्ट पैन भूमि आवंटित करने के मुंबई उपनगरीय जिलाधिकारी के आदेश पर रोक लगा दी है। पीठ ने अधिकारियों को उस भूमि पर किसी भी निर्माण कार्य करने से भी रोका है।