देवेंद्र फडणवीस ने सोनिया को लिखा पत्र, महामारी से निपटने को लेकर महाराष्ट्र सरकार की आलोचना की - Latest News In Hindi, Breaking News In Hindi, ताजा ख़बरें, Daily News In Hindi

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देवेंद्र फडणवीस ने सोनिया को लिखा पत्र, महामारी से निपटने को लेकर महाराष्ट्र सरकार की आलोचना की

फडणवीस ने महामारी से निपटने के लिए ‘मुंबई मॉडल’ के बारे में कहा कि यह ‘‘अधिक रैपिड एंटीजन (आरटी-पीसीआर जांच के बजाय) के बारे में है जबकि कुल मिलाकर जांच की संख्या घटा दी गई। गौरतलब है कि ‘मुंबई मॉडल’ की प्रशंसा अदालत और केंद्र ने भी की थी।

भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र में कोविड-19 महामारी की स्थिति को लेकर शनिवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे पत्र में कहा कि उन्हें उन राज्यों को, जहां उनकी पार्टी सत्ता में है यह सलाह देनी चाहिए कि कैसे कोविड-19 से निपटा जाए। वहीं, महाराष्ट्र कांग्रेस ने पलटवार करते हुए आरोप लगाया कि भाजपा नीत केंद्र सरकार के ‘अहंकार और आत्मसंतोष’ की वजह से मौजूदा संकट पैदा हुआ।
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री फडणवीस ने अपने पत्र में राज्य में उच्च मृत्युदर को रेखांकित करते हुए आरोप लगाया कि शिवसेना-कांग्रेस- राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) की सरकार कोविड-19 महामारी के खिलाफ लड़ाई में विदर्भ, मराठवाड़ा और उत्तरी महाराष्ट्र को नजरअंदाज कर रही है। फडणवीस का पत्र सोनिया गांधी के कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे पत्र के बाद आया है जिसमें उन्होंने केंद्र पर महामारी से निपटने में लचर रुख अपनाने का आरोप लगाया था।
फडणवीस ने कहा कि केंद्र की आलोचना करने के बजाय गांधी को कांग्रेस शासित राज्यों को भी सलाह देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में देश के 22 प्रतिशत संक्रमण के मामले हैं, 31 प्रतिशत मौतें और मौजूदा समय में 14 प्रतिशत उपचाराधीन मरीज हैं। भाजपा नेता ने कहा कि अगर महाराष्ट्र सरकार मिलकर काम करे तो कुल मिलाकर देश की स्थिति सुधरेगी।
उन्होंने दावा किया कि महाराष्ट्र को केंद्र से ‘ अधिकतम मदद’ मिली जिनमें ‘ 1.80 करोड़ टीके की खुराक, आठ लाख रेमडेसिविर की खुराक, 1750 मीट्रिक टन ऑक्सीजन, वेंटिलेटर, बाईपैप और ऑक्सीजन सांद्रक’ शामिल हैं। फडणवीस ने महामारी से निपटने के लिए ‘मुंबई मॉडल’ के बारे में कहा कि यह ‘‘अधिक रैपिड एंटीजन (आरटी-पीसीआर जांच के बजाय) के बारे में है जबकि कुल मिलाकर जांच की संख्या घटा दी गई। गौरतलब है कि ‘मुंबई मॉडल’ की प्रशंसा अदालत और केंद्र ने भी की थी।
उन्होंने आरोप लगाया कि महानगर में कोविड-19 से होने वाली मौतों को 40 प्रतिशत ‘कम दिखाया’ गया और मौतों को अन्य श्रेणियों में दर्ज किया गया। फडणवीस ने कहा, ‘‘रोजाना देश में करीब 4000 मौतें दर्ज की जा रही हैं जिनमें से 850 मौतें अकेले महाराष्ट्र में हो रही है….विदर्भ, मराठवाड़ा और उत्तरी महाराष्ट्र पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। ऐसा लगता है कि उनको उनकी किस्मत पर छोड़ दिया गया है।’’
फडणवीस के आरोपों पर जवाब देते हुए कांग्रेस ने कहा कि यह केंद्र की असफलता को ढंकने की कोशिश है। महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि मोदी सरकार ने देश को ‘श्मशान भूमि’ बना दिया है। उन्होंने एक बयान में कहा, ‘‘ फडणवीस में प्रधानमंत्री को लिखने की हिम्मत होनी चाहिए।’’ पटोले ने कहा, ‘‘केंद्र सरकार का अहंकार और आत्मसंतोष इस स्थिति के लिए जिम्मेदार है।’’
उन्होंने कहा कि जब अन्य देश अपने नागरिकों के टीकाकरण में तेजी ला रहे थे, तब ‘मोदी चुनाव प्रचार में व्यस्त थे।’ पटोले ने कहा कि मुश्किलों के बावजूद महाराष्ट्र ने 1.15 करोड़ का टीकाकरण किया, जो देश में सबसे अधिक है। महाराष्ट्र कांग्रेस प्रवक्ता सचिन सांवत ने कहा कि फडणवीस का पत्र उनके ‘ढोंग’ और ‘दोहरी बातों’ के प्रशिक्षण को प्रतिबिंबित करता है।

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