नागर विमान महानिदेशालय (डीजीसीए) ने प्रैट एंड व्हिटनी (पीएंडडब्ल्यू) इंजन से जुड़े मुद्दों पर बजट एयरलाइन इंडिगो के मुख्य परिचालन अधिकारी (सीओओ) और इंजीनियरिंग प्रमुख को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। मामले से जुड़े सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी। एक आधिकारिक सूत्र ने बताया कि डीजीसीए एयरलाइन के परिचालन और इंजीनियरिंग का विशेष सुरक्षा आडिट भी कर रहा है।
नियामक को देश की सबसे बड़ी एयरलाइन में परिचालन और इंजीनियरिंग का मुद्दा मिला है। इंडिगो ने कारण बताओ नोटिस और सुरक्षा आडिट की पुष्टि की। वहीं डीजीसीए के महानिदेशक बी एस भुल्लर ने इस बारे में पूछे जाने पर कहा कि नियामक साल में कम से कम एक बार सभी एयरलाइंस का विस्तार से आडिट करता है। इंडिगो का आडिट इसी महीने हो रहा है और जून में एक और एयरलाइन का आडिट होना है।
उन्होंने कारण बताओ नोटिस पर कुछ नहीं कहा। सूत्र ने बताया कि डीजीसीए ने इंडिगो के मुख्य परिचालन अधिकारी (सीओओ) वुल्फगैंग प्रॉक श्वायर और इंजीनियरिंग प्रमुख एस सी गुप्ता को प्रैट एंड व्हिटनी इंजन के मुद्दे पर पिछले सप्ताह नोटिस जारी किया था। उन्होंने कहा कि नियामक एयरलाइन का विशेष सुरक्षा आडिट भी कर रहा है।
भारतीय विमानन कंपनियों इंडिगो और गोएयर के बेड़े में पीएंडडब्ल्यू इंजन वाले ए320 नियो विमान शामिल हैं। इन इंजनों का विनिर्माण अमेरिकी कंपनी ने किया है। तीन साल पहले इन विमानों को बेड़े में शामिल किया गया और उस समय से ही इनमें समस्या आ रही है। इंडिगो ने बयान में कहा, ‘‘हम इस बात की पुष्टि करते हैं कि डीजीसीए फिलहाल एयरलाइन का आडिट कर रहा है। हमें कुछ कारण बताओ नोटिस मिले हैं।’’