कांग्रेस के दिग्गज नेता और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह अकसर प्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार के खिलाफ मुखर होकर उन पर हमला बोलते है। सिंह ने हाल ही में कुछ ऐसा ही करते हुए राजधानी भोपाल में विरोध-प्रदर्शन किया और प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए मुखयमंत्री शिवराज को आड़े हाथों लिया।
दिग्विजय ने भोपाल के गोविंदपुरा क्षेत्र में आज जिला कांग्रेस की ओर से आयोजित प्रदर्शन में हिस्सा लिया। इस दौरान वे पुलिस द्वारा इस्तेमाल किए गए‘वॉटर कैनन’की चपेट में आ गए। राज्यसभा सांसद सिंह अपने समर्थकों के साथ गोविंदपुरा क्षेत्र में प्रदर्शन के लिए पहुंचे थे।
कांग्रेस का आरोप है कि गोविंदपुरा औद्योगिक क्षेत्र में विश्वकर्मा मंदिर के समीप लगभग 10 हजार वर्ग फीट जमीन एक निजी संस्था को दी जा रही है। इसके लिए संबंधित जमीन पर वृक्षों की कटायी भी की गयी है। सरकार और प्रशासन के इस कदम के विरोध में आयोजित प्रदर्शन के दौरान सिंह के नेतृत्व में कार्यकर्ता आगे बढ़ रहे थे, लेकिन उप महानिरीक्षक (डीआईजी) इरशाद वली के नेतृत्व में पुलिस दल बल के साथ पहले से ही तैनात थी।
पुलिस ने बेरीकेडिंग भी की हुयी थी। सिंह बेरीकेडिंग पार कर आगे बढ़ना चाह रहे थे, लेकिन वली ने स्वयं उन्हें आगे बढ़ने से रोक दिया। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिस अधिकारियों के बीच तीखी बहस हुयी। पुलिस भी सक्रिय हुयी और उसने पानी की तेज बौछारों (वॉटर कैनन) का उपयोग किया, जिससे सिंह और अन्य कांग्रेस आगे नहीं बढ़ पाए।
इसके बाद कार्यकर्ताओं ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ भी नारेबाजी की। कांग्रेस कार्यकर्ताओं का आरोप है कि प्रदर्शन के दौरान श्री वली स्वयं हाथ में लाठी लिए थे और वह सिंह की ओर तान दी। उन्होंने पुलिस अधिकारी के इस कदम की आलोचना भी की।
सिंह ने इस मौके पर मीडिया से कहा कि गोविंदपुरा में उद्योगपतियों को उद्योग स्थापित करने के लिए दशकों पहले जमीन दी गयी थी। लेकिन अब पता चला है कि सरकार यहां के एक पार्क में किसी निजी संस्था को जमीन दे रही है। इस पार्क में पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर ने भी पौधे लगाए थे। अनेक नेताओं ने पौधे लगाए।
सिंह ने इस मौके पर मीडिया से कहा कि गोविंदपुरा में उद्योगपतियों को उद्योग स्थापित करने के लिए दशकों पहले जमीन दी गयी थी। लेकिन अब पता चला है कि सरकार यहां के एक पार्क में किसी निजी संस्था को जमीन दे रही है। इस पार्क में पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर ने भी पौधे लगाए थे। अनेक नेताओं ने पौधे लगाए।
श्रमिक इस पार्क में छाए में बैठकर विश्राम करते हैं। लेकिन इस पार्क की जगह इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के पदाधिकारियों के विरोध के बावजूद देने के प्रयास किए जा रहे हैं। जिस संस्था को जमीन दी जा रही है, वह औद्योगिक संस्था नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि नियम विरुद्ध तरीके से यह जमीन आवंटित की जा रही है। इसका विरोध हम सड़क, अदालत और विधानसभा में भी करेंगे।