शिवसेना विधायक और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के करीबी नेता प्रताप सरनाईक की मुश्किलें खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही हैं। दरअसल, प्रवर्तन निदेशालय ने गुरुवार को प्रताप सरनाईक और उनके बेटे के आवास पर हुई छापेमारी के संबंध में नए समन जारी किए हैं।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के इस कड़े रुख से यह साफ पता चल रहा है कि सरनाईक और उनका परिवार बड़ी मुश्किलों में फंस गया है। ईडी इस मामले में आगे की तफ्तीश भी करना चाहती है। बता दें कि शिवसेना विधायक प्रताप सरनाईक के 14 ठिकानों पर छापेमारी की गई थी। प्रवर्तन निदेशालय ने सुरक्षा प्रदान करने वाली कंपनी तथा अन्य के खिलाफ धन शोधन की जांच के तहत मुंबई और ठाणे में सरनाईक से जुड़े परिसरों पर छापेमारी की थी।
छापेमारी पर संजय राउत
सरनाईक के आवास पर छापेमारी को लेकर शिवसेना नेता संजय राउत ने बुधवार को कहा कि वह ईडी को भाजपा के 120 नेताओं की सूची भेजेंगे और देखेंगे कि क्या केंद्रीय एजेंसी उन्हें जांच के लिए बुलाती है। राउत ने आरोप लगाया, ‘‘हम जांच से नहीं डरते हैं।
सरनाईक पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि उनके परिवार का उस मामले से कोई लेना देना नहीं है, जिसकी जांच ईडी कर रहा है। दिल्ली के शासकों को लगता है कि मराठी भाषी लोगों को कारोबार नहीं करना चाहिए और अगर ऐसा करेंगे तो उन्हें ईडी के जरिए खत्म कर दिया जाएगा।’’