नैनीताल : हिमालय की पर्वत श्रृंखला नंदा देवी के अभियान पर गये विदेशी पर्वतारोहियों का एक दल लापता हो गया है। इस दल का पिछले छह दिन से कोई अता-पता नहीं है। पर्वतारोहियों के इस दल को ढूंढने के लिये शासन एवं प्रशासन ने अभियान तेज कर दिया है। सरकार की ओर से पर्वतारोहियों को ढूंढने के लिये हेलीकाप्टर का भी सहारा लिया जा रहा है।
सीमांत पिथौरागढ़ के जिलाधिकारी डॉ. विजय कुमार जोगदंडे ने शनिवार को बताया कि विदेशी पर्वतारोहियों का यह दल पिछले 25 मई से लापता है। इस दल में 12 सदस्य थे, जिनमें से चार वापस लौट आये हैं और शेष आठ का कोई अता-पता नहीं है। दल में सात पर्वतारोही विदेशी हैं और एक भारतीय है। यह दल 10 मई को नंदा देवी पर्वतारोहण के लिए निकला था। दल को 25 मई को नंदा देवी चोटी के अभियान को पूरा कर वापस अपने आधार शिविर में लौटना था।
इस घटना की जानकारी मिलते ही पिथौरागढ़ जिला प्रशासन तुरंत ही हरकत में आ गया। जिला प्रशासन की ओर से मुनस्यारी से भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के एक दल को तुरंत मौके के लिये रवाना कर दिया गया। इसमें 10 सदस्य शामिल हैं। इसके अलावा राज्य आपदा प्रबंधन की एक टीम को भी आवश्यक उपकरणों के साथ मौके के लिये रवाना किया गया है। इस दल में दो चिकित्सकों एवं मेडिकल विभाग के अन्य सहायक कर्मियों को भी शामिल किया गया है।
जिलाधिकारी ने बताया कि पर्वतारोहियों को खोजने के लिये हवाई अभियान भी चलाया जा रहा है। सरकार की ओर से पर्वतारोहियों को खोजने के लिये एक हेलीकाप्टर उपलब्ध कराया गया है। हेलीकाप्टर ने आज देहरादून से उच्च हिमालयी क्षेत्र के लिये उड़न भरी लेकिन मिलम एवं मुनस्यारी क्षेत्र में मौसम खराब होने से हेलीकाप्टर को वापस लौटना पड़ा। मौसम ठीक होने पर हेलीकाप्टर फिर मौके के लिये रवाना होगा।