पश्चिम बंगाल में चुनावी चढ़ाई से पहले बीजेपी और राज्य की सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस के बीच सियासी लड़ाई बढ़ती जा रही है। राज्य में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले ही सियासत तेज हो गई है। टीएमसी को झटका देते हुए पार्टी में अच्छी पकड़ रखने वाले शुभेंदु अधिकारी ने बुधवार को विधायक पद से इस्तीफा दे दिया। इस बीच चुनाव आयोग की एक टीम बंगाल का दौरा करने वाली है।
बीते दिनों पहले बीजेपी के एक प्रतिनिधिमंडल ने दिल्ली में चुनाव आयोग से बंगाल की स्थिति को लेकर शिकायत की थी, राज्य में आचार संहिता लागू करने की अपील की गई थी। प्रतिनिधिमंडल में शामिल नेता ने राज्य में कश्मीर से भी बुरे हालातों की बात कही थी। इसके बाद चुनाव आयोग का यह दौरा बेहद अहम होगा।
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उप चुनाव आयुक्त सुदीप जैन दो दिनों के बंगाल दौरे पर आ रहे हैं। वह 15 जिलों के अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। इसमें मुख्य सचिव, गृह सचिव समेत अन्य सीनियर ऑफिसर्स शामिल रहेंगे। सुदीप जैन आज मालदा और सिलीगुड़ी का दौरा भी कर सकते है। हालांकि सिर्फ कानून व्यवस्था पर नज़र रखने के लिए ही नहीं, बल्कि बूथ पुनर्गठन, ईवीएम को लेकर जो पहली दफा की टेस्टिंग चल रही है उसकी रिपोर्ट्स समेत कई विषयों को लेकर चर्चा हो सकती है।
चुनाव से पहले टीएमसी से खफा सदस्यों की लिस्ट में इजाफा हो रहा है। शुभेंदु अधिकारी के अलावा शीलभद्र दत्ता, जोतू लाहिरी, राजीव बनर्जी, जितेंद्र तिवारी समेत कई नेता-विधायक पार्टी नेतृत्व के खिलाफ आवाज उठा चुके हैं। पार्टी में मची इस खलबली पर टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा कि टीएमसी की जड़ें बरगद के पेड़ की तरह गहरी हैं।