मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने विधायकों और मंत्रियों से कहा कि वे विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी के हर आरोप दृढ़ता से जवाब दें और सरकार को बदनाम करने की हर कोशिश को बेनकाब करें। आज से मध्यप्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र शुरु होने के पहले कल कांग्रेस विधायक दल की बैठक में सीएम कमलनाथ ने कहा कि विधायक अपनी सरकार के 120 दिन के काम का हिसाब दें और विपक्ष से 15 साल में किए गए घोटालों और वादाखिलाफी का हिसाब मांगें।
उन्होंने कहा कि सरकार को बदनाम करने की हर कोशिश को बेनकाब करें। कमलनाथ ने आरोप लगाया कि बीजेपी ने सरकारी खजाना खाली करने के साथ तंत्र का राजनीतिकरण करके उसे कमजोर बनाया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सत्ता से हटने का गम बीजेपी भुला नहीं पा रही, यही कारण है कि अनर्गल प्रलाप से झूठ और भ्रम के जरिए सरकार को बदनाम करने की कोशिश में लगी हुई है।
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सबको मिलकर इस कोशिश का जवाब देना है। इस अवसर पर मौजूद कांग्रेस महासचिव गुलाम नबी आजाद ने कहा कि सिद्धांतों की राजनीति करने से सम्मान मिलता है। जिस निष्ठा, संघर्ष और संकल्प के साथ प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी है उसके लिए सभी लोग बधाई के पात्र हैं। अगले पाँच साल सब जनहित से जुड़े मुद्दों पर काम करने और लोगों की अपेक्षाओं को पूरा करने का संकल्प लें। बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुरेश पचौरी भी उपस्थित थे।