मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में नौकरी को नियमित किए जाने की मांग को लेकर कई दिनों से धरने पर बैठे गेस्ट शिक्षकों में से शाहीन नाम की एक शिक्षिका ने अपना सिर मुंडवा दिया। यह शिक्षिका पिछले 72 दिनों से भोपाल के शाहजहांनी पार्क में अन्य गेस्ट शिक्षकों के साथ नियमित किए जाने की मांग को लेकर धरने पर बैठी हैं।
सिर मुंडवाने के बाद शिक्षिका ने बताया कि हम पिछले 72 दिनों से यहां बैठे हैं, लेकिन सरकार हमारी बात नहीं सुन रही है। अगर ऐसा ही चलता रहा तो यहां बैठी सभी महिलाएं अपना सिर फोड़ लेंगी। इस दौरान अन्य मौजूद शिक्षिकाओं की आंखों में आंसू आ गए। उन्होंने कहा कि कुछ अतिथि शिक्षक खराब वित्तीय हालत के चलते आत्महत्या कर चुके हैं।
शाहीन ने आगे कहा कि शिक्षकों के प्रति सरकार के मन में कोई दया नहीं है और मुख्यमंत्री कमलनाथ एक तानाशाह की तरह व्यवहार कर रहे हैं। और मुख्यमंत्री को इस समस्या से अवगत कराने के लिए ये आखिरी रास्ता था। हमारे कई दोस्तों ने आत्महत्या कर चुके है। एक अन्य गेस्ट टीचर रूचि तिवारी ने बताया कि क्या हमने इस दिन के लिए कांग्रेस का चुना था? वह हमें बहनें कहते हैं। फिर भी, वह हमासे मिलने तक नहीं आए।