मध्यप्रदेश के नीमच जिला मुख्यालय से करीब पांच किलोमीटर दूर कनावटी उपजेल से चार कैदियों के एक दिन पहले जेल तोड़कर फरार होने के मामले में पुलिस ने जेल ब्रेक के मास्टरमाइंड विनोद दांगी (27) को सोमवार को हिरासत में लिया है। वह डोडा चूरा तस्करी के आरोप में हाल ही में जमानत पर रिहा हुआ है।
वहीं, मध्यप्रदेश सरकार ने ड्यूटी में लापरवाही बरतने के लिए इस जेल के छह अधिकारियों-कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है, जिनमें कनावटी उपजेल के जेलर आर पी वसुनिया, सहायक जेलर रम्भा चौहान, हेड कांस्टेबल बालमुकन्द लवाना और तीन जेल प्रहरी बृजेन्द्र धाकड़, ईश्वरचन्द एवं पंकित शर्मा शामिल हैं।
नीमच जिले के पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार सगर ने बताया, ‘‘कनावटी जेल ब्रेक के मास्टरमाइंड विनोद दांगी को नीमच पुलिस ने आज हिरासत में ले लिया है।’’
उन्होंने कहा कि कनावटी जेल ब्रेक के बाद हुए जांच में पता चला कि इसका मास्टरमाइंड दांगी है, जो एनडीपीएस का आरोपी होकर डोडा चूरा तस्करी के आरोप में साढ़े तीन महीने से जेल में बंद था। उसकी जमानत पर रिहाई 11 जून को हुई थी और वह 17 जून से लगातार जेल जा रहा था।
सगर ने बताया कि कई बार इसका नाम मुलाकातियों के रजिस्टर में दर्ज हुआ और कई बार दर्ज नहीं भी हुआ और उसी ने जेल ब्रेक की पूरी पटकथा लिखी। उन्होंने कहा कि प्रारंभिक जांच में पाया गया है कि जेल ब्रेक करने में कुछ जेल प्रहरियों ने डांगी के साथ साठगांठ की थी।
उन्होंने कहा कि पुलिस ने जेल ब्रेक करने में बैरक की ग्रिल काटने के लिए उपयोग में लाये गये कुछ हैक्सा ब्लेड भी बरामद कर लिये हैं।
उन्होंने कहा कि जेल ब्रेक के मास्टरमाइंड विनोद दांगी नीमच जिले के जावद थानांतर्गत सुवाखेड़ा गांव का निवासी है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया है और उससे कड़ी पूछताछ के बाद कई अहम सुराग पुलिस को मिले हैं।
सगर ने बताया कि पुलिस की करीब 10 पार्टिया अलग-अलग स्थानों पर फरार कैदियों की गिरफ्तारी के लिए रवाना हो गयी है। पुलिस को जल्दी ही कामयाबी मिलेगी।
इसी बीच, मध्यप्रदेश के गृह एवं जेल मंत्री बाला बच्चन ने बड़वानी में मीडिया को बताया, ‘‘अपनी ड्यूटी पर लापरवाही बरतने के लिए इस जेल के छह अधिकारी-कर्मचारियों को निलंबित किया गया है, जिनमें जेलर, सहायक जेलर, हेड कांस्टेबल और तीन जेल प्रहरी शामिल हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘नीमच के कनावटी जेल से फरार कैदियों की लोकेशन ट्रेस कर ली गई है।’’ बच्चन ने बताया कि जेल के पास किसी खंभे एवं रस्सी की मदद से घटना को अंजाम दिया गया। उन्होंने कहा कि पूरे मामले की जांच होगी और जांच के बाद जेल ब्रेक में कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
मध्यप्रदेश के जेल महानिदेशक संजय चौधरी ने फरार हुए इन कैदियों पर 50-50 हज़ार रूपये का इनाम घोषित किया है। मालूम हो कि रविवार अल सुबह तीन से चार बजे के बीच कनावटी उपजेल के चार कैदी नाहर सिंह (20), पंकज मोंगिया (21), लेख राम (29) एवं दुबे लाल (19) ने अपने बैरक की सलाखे काटकर रस्सी के सहारे जेल की 22 फुट ऊँची दीवार को लांघकर जेल से भाग गए थे। फरार हुए इन कैदियों में राजस्थान के दो खूंखार सजायाफ्ता मादक पदार्थ तस्कर थे, जबकि दो अन्य मध्यप्रदेश के निवासी हैं, जिनमें से एक लूट एवं हत्या के मामले में आरोपी है, जबकि दूसरा बलात्कार के मामले में 10 वर्ष की सजा कटा रहा था।