पौड़ी : पौड़ी में हैवानियत का शिकार हुई छात्रा की मौत से आज पूरे देश शोक में डूबा है । हर ओऱ बस यही आवाज उठ रही है कि आऱोपी को फांसी दो। कॉलेजों के छात्र-छात्राओं ने भी नेहा को इंसाफ दिलाने के लिए कैंडल मार्च निकाला। आपको बता दें नेहा मां की एकलौता सहारा थी, पति की दो साल पहले कैंसर से मौत हो चुकी है जबकि बड़ी बेटी की शादी हो चुकी है।
नेहा की मां नेहा को पढ़ा-लिखाकर काबिल बनाना चाहती थी। नेहा का शव सुबह दिल्ली से पौड़ी लाया गया जहां पाठीसैंण के पास स्थित घाट में नेहा का अंतिम संस्कार किया गया। नेहा के चाचा ने नेहा की चिता को मुखाग्नि दी। इस दौरान भारी भीड़ घाट में मौजूद रही।
मां ने एक माह पहले ही किसी तरह पैसे जमाकर बेटी के लिए स्कूटी खरीदी थी ताकि कॉलेज जाने में बेटी को किसी तरह की कोई दिक्कत न हो। स्कूटी खरीदे जाने के बाद से छात्रा बहुत खुश थी और हमेशा स्कूटी से ही गांव से कॉलेज आती-जाती थी। मां बताती हैं कि आज स्कूटी भी मायूस सी खड़ी होकर उसकी राह देख रही है कि शायद बेटी लौटकर वापस आएगी।
पौड़ी में अफसरों ने भी जताया दुख
पौड़ी की छात्रा की उपचार के दौरान दिल्ली सफदरजंग में मौत पर की घटना पर डीएम पौड़ी सुशील कुमार ने भी शोक संवेदना व्यक्त की है। छात्रा के उपचार के दौरान प्रशासन भी दिल्ली स्थित स्थानीय आयुक्त से लगातार संपर्क कर छात्रा की हालत पर नजर बनाए रहा। डीएम पौड़ी ने बताया कि प्रशासन पूरी तरह से पीड़ित छात्रा के परिजनों के साथ है। छात्रा की मौत की खबर से सभी दुखी है।
प्रशासन स्तर पर जो भी सहयोग और मदद है दी जा रही है। दिल्ली में एंबुलेंस आदि की भी व्यवस्था की गई है। मामला रेगलुर पुलिस को तत्काल प्रभाव से दे दिया गया है। आरोपी की गिरफ्तारी हो चुकी है। अब पुलिस जल्द ही अपनी जांच भी पूरी कर लेगी।
पौड़ी में कैंडल मार्च निकाल श्रद्धांजलि दी
पौड़ी में छात्रा की मौत की खबर से पूरे शहर में शोक की लहर है। सभी छात्र संगठनों ने मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में करने आरोपी को फांसी की सजा दिलाने की मांग की है। रविवार की शाम को विभिन्न छात्र संगठनों से जुड़े छात्र-छात्राओं ने कैंडल मार्च निकालकर शोक संवेदना प्रकट की।
एजेंसी चौक से होते हुए कैंडल मार्च अपर बाजार, धारा रोड से होते हुए कंडोलिया मंदिर तक पहुंचा। कंडोलिया मंदिर में दो मिनट का मौन रखकर छात्रा के प्रति शोक संवेदना प्रकट की गई। इस दौरान छात्र-छात्राओं ने आरोपी को फांसी की सजा देने की मांग की। कैंडल मार्च में एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष गौरव सागर, नितिन रावत, दीपक नेगी, अर्शी कुरैशी, सौरभ, आस्कर रावत, सीताराम पोखरियाल, राजेश भंडारी, रितिक, रोहित, मोहित, यशवंत, शुभम आदि शामिल थे।
दोषी को मिले मौत की सजा
आइसा कार्यकर्ताओं ने गढ़वाल विवि के पौड़ी परिसर की छात्रा के जिंदगी और मौत के बीच सात दिनों तक जूझने बाद आकस्मिक मौत पर श्रीनगर में श्रद्धाजंलि दी। आइसा कार्यकर्ताओं ने कैंडल जलाकर श्रद्धाजंलि देकर दोषी को जल्द मौत की सजा देने की मांग की। इस मौके पर अतुल सती, शिवानी पांडेय, छात्रसंघ उपाध्यक्ष अंकित उछोली, कपूर रावत, सुमित, अजय, दर्शन, आयुष, अमन, वर्षा आदि मौजूद थे।