गोवा कांग्रेस के 11 में से 8 विधायकों ने बीजेपी ज्वाइन कर पार्टी को बड़ा झटका दिया है। पार्टी विधायकों ने ऐसे वक़्त पर हाथ छोड़ा जब राहुल गांधी देशभर में ‘भारत जोड़ो’ यात्रा का नेतृत्व कर रहे हैं। माइकल लोबो, दिगंबर कामत, डेलिला लोबो, राजेश फलदेसाई, केदार नाइक, संकल्प अमोनकर, एलेक्सियो सिकेरा और रूडोल्फ फर्नांडिस बुधवार को बीजेपी में शामिल हो गए।
बीजेपी में शामिल होने के सवाल पर कांग्रेस के पूर्व विधायक दिगंबर कामत ने कहा कि मैं एक मंदिर गया, देवी-देवताओं से पूछा कि यह (बीजेपी में शामिल होना) मेरे दिमाग में है, मैं क्या करूं… भगवान ने कहा, तुम आगे बढ़ो, चिंता मत करो। गोवा में हुए इस सियासी घटनाक्रम से पहले 40 सदस्यीय गोवा विधानसभा में कांग्रेस के 11 जबकि बीजेपी के 20 सदस्य थे। लेकिन कांग्रेस के 8 विधायकों की बगावत के बाद विधानसभा में पार्टी के सिर्फ 3 विधायक ही बचे हैं।
चुनावी हार से टूट रहा है नेताओं का धैर्य
देश को एक करने की कोशिश में जुटी कांग्रेस खुद कमजोर कमजोर होती जा रही है। जब से पार्टी ने ‘भारत जोड़ो’ यात्रा की घोषणा की है, कई वरिष्ठ नेताओं और विधायकों ने कांग्रेस का हाथ छोड़ दिया है। पार्टी नेताओं के मुताबिक लगातार चुनावी हार से नेताओं का धैर्य टूट रहा है।
पार्टी लगातार विश्वास जता रही है कि भारत जोड़ो यात्रा से संगठन में नई जान आएगी। इसका फायदा साल 2024 के लोकसभा चुनाव में मिलेगा। ऐसे में सवाल तो बनता ही है कि पार्टी के नेता सब्र क्यों खो रहे हैं। पार्टी में नेतृत्व का संकट भी एक बड़ा कारण है। पार्टी छोड़ने वाले ज्यादातर नेताओं ने कहा है कि नेतृत्व को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है। फैसले में भी देरी हो रही है।