गोवा में आगामी विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, इसी बीच पूर्व केंद्रीय मंत्री मनोहर पर्रिकर के बेटे उत्पल पर्रिकर ने बीजेपी का साथ छोड़ दिया है। उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया है। बता दें कि बीजेपी ने उन्हें पणजी विधानसभा सीट से टिकट देने से इनकार कर दिया, जहां से उनके पिता मनोहर पर्रिकर चुनाव लड़ा करते थे।
बीजेपी से मनचाही सीट नहीं पाने के बाद उत्पल पर्रिकर का अगला कदम क्या होगा, इस पर सभी की नजरें टिकी थीं, जिसे लेकर अब उन्होंने स्थिति स्पष्ट कर दी है। शुक्रवार को देर शाम उन्होंने बताया कि वह पणजी विधानसभा सीट से ही निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ेंगे।
उत्पल पर्रिकर ने बीजेपी से की बगावत
उत्पल पर्रिकर की ओर से यह घोषणा ऐसे समय में आई है, जबकि बीजेपी की ओर से लगातार उन्हें मनाने की कोशिशें जारी थीं। गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने गुरुवार को कहा था कि बीजेपी नेतृत्व उत्पल पर्रिकर के संपर्क में बना हुआ है। उन्हें दो अन्य सीटों से चुनाव लड़ने की पेशकश की गई थी, लेकिन वह तैयार नहीं हुए।
बताया जा रहा है कि उत्पल पर्रिकर पणजी से दावेदारी कर रहे थे, जो कभी मनोहर पर्रिकर की सीट रह चुकी है। वह करीब दो दशकों से भी अधिक समय तक यहां से जनप्रतिनिधि रहे, लेकिन इस विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने उनके बेटे को टिकट देने की बजाय निवर्तमान विधायक आटांसियो मोंसेराते को ही प्रत्याशी बनाया, जिससे उत्पल पर्रिकर नाराज बताए जा रहे थे।
यहां गौर हो कि बीजेपी की पहली लिस्ट में उत्पल पर्रिकर का नाम नहीं होने पर आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा था कि पार्टी ने 'यूज एंड थ्रो' की नीति अपना रखी है। उन्होंने उत्पल पर्रिकल को AAP के टिकट से चुनाव लड़ने का न्यौता भी दिया। वहीं, शिवसेना नेता संजय राउत ने भी कहा था कि अगर उत्पल पर्रिकर बीजेपी से अलग होकर उनके साथ आते हैं तो उन्हें पूरा समर्थन मिलेगा।