मुम्बई : हिंदुस्तान के टुकड़े करने की बात करने वाले शरजील इमाम को देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है। नागरिकता कानून के विरोध में शरजील नाम के सांप ने जो फुफकार मारी थी उसके कारण देशभर के आंदोलनों की बदनामी हुई। नागरिकता कानून के विरोध में देशभर में प्रदर्शन और आंदोलन शुरू है। लेकिन इस पूरे आंदोलन के दौरान किसी ने भी देश विरोधी वक्तव्य नहीं दिया था। सब आंदोलनों पर ‘टांग’ ऊपर करने का काम शरजील इमाम ने दिया। शरजील के भाषण सिर्फ भड़काऊ ही नहीं, बल्कि देश विरोधी भी थे।
‘चिकन नेक’ मुस्लिमों का ही है। हम एक हो गए तो देश का ईशान्य क्षेत्र हिंदुस्तान से तोड़ सकते हैं। असम को हिंदुस्तान से काट सकते हैं।’ ऐसे वक्तव्य देकर शरजील ने देश के मुस्लिम समाज का सिर कलम कर दिया है। शिवसेना ने सामना में कहा कि शाहीनबाग सहित देशभर में जो आंदोलन शुरू हैं, उसमें से हर किसी ने शरजील के वक्तव्य का निषेध व्यक्त किया है और कहा है कि इस देशद्रोही को गिरफ्तार करो। इसलिए देश के गृहमंत्रालय को इस मामले में राजनीति न करते हुए इस कीड़े को खत्म करना चाहिए।
‘चिकन नेक’ अर्थात मुर्गी की गर्दन। ईशान्य के राज्यों को हिंदुस्तान से जोड़नेवाले 22 किलोमीटर के महामार्ग को ‘चिकन नेक’ कहा जाता है। इस चिकन नेक की गर्दन काटने के सपने देखनेवाले शरजील का हाथ उखाड़कर चिकन नेक महामार्ग पर टांगना चाहिए।
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय और दिल्ली विश्वविद्यालय के शाहीनबाग परिसर में इस इमाम ने भाषण दिए। नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में मुसलमानों द्वारा देशभर में चक्का जाम करने की अभद्र भाषा भी इस युवक ने प्रयोग की। फिलहाल दिल्ली विधानसभा चुनाव का प्रचार शुरू है और शरजील के वक्तव्य के कारण भारतीय जनता पार्टी को प्रचार के लिए बैठे-बिठाए मुद्दा मिल गया है। शरजील का वक्तव्य अलगाववादी व देशद्रोही है। दिल्ली में किसी की भी सरकार होती तो उसने शरजील को बेड़ियां पहना दी होतीं इसलिए शरजील को गिरफ्तार करके हाथी की गिरफ्तारी का भ्रम पालनेवाले भक्तगणों को इससे बाहर निकलना चाहिए।