अरूणाचल प्रदेश के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल के टी परनायक (सेवानिवृत्त) ने मंगलवार को प्रदेश विधानसभा के सदस्यों से कहा है कि वह सरकार और जनता के बीच कड़ी के तौर पर काम करें ।विधानसभा के एक विशेष सत्र को संबोधित करते हुए, राज्यपाल ने कहा कि संसद और विधायिका ऐसी आधारशिलाएं हैं जिन पर लोकतांत्रिक राजनीति की इमारत टिकी हुई है।
प्रतिनिधिक लोकतंत्र के मूल उद्देश्यों में से एक यह भी देखना है कि शासन ‘जनता पहले’ मंत्र को ध्यान में रखकर चलाया जा रहा है।संसदीय लोकतंत्र में, विधायिका लोगों की संप्रभु इच्छा का प्रतिनिधित्व करती है ।उन्होंने कहा, ‘‘हमें लोगों की समस्याओं के प्रति संवेदनशील और उत्तरदायी होना होगा और उनकी शिकायतों को सदन के पटल पर उठाकर आवाज देनी होगी। हमें संकीर्ण सांप्रदायिक मतभेदों से ऊपर उठना चाहिए और साझा समृद्धि के अपने सपने को आगे बढ़ाना चाहिए।’’