पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने शुक्रवार को कहा कि वह इस बात से प्रसन्न हैं कि चिंतित करने वाले मुद्दों पर राज्य सरकार के साथ वार्ता शुरू हो गई है । साथ ही उन्होंने उम्मीद जताई कि वह बिना किसी बाधा के अपने संवैधानिक कर्तव्यों का निर्वहन कर सकेंगे।
जलपाईगुड़ी में एक कार्यक्रम से अलग राज्यपाल ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में सरकार के प्रमुख पदाधिकारियों ने उनसे मुलाकात कर उन्हें राज्य के लिए उठाए गए कदमों के बारे में सूचित किया है।
उन्होंने कहा, “माननीय मुख्यमंत्री (हाल में) मुझसे एक घंटे के लिए मिलीं, मुख्य सचिव भी कई बार मिले। राज्य के वित्त मंत्री अमित मित्रा और शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी के साथ भी मेरी रचनात्माक चर्चाएं हुईं। ”
धनखड़ ने कहा, “मुझे उम्मीद है कि यह प्रक्रिया जारी रहेगी और मैं अपनी संवैधानिक जिम्मेदारियों को पूरा कर पाऊंगा।”
राज्यपाल ने राज्य में शिक्षा के मौजूदा परिदृश्य पर चटर्जी के साथ बृहस्पतिवार को बैठक की थी।
मुख्यमंत्री ने 17 फरवरी को राज भवन में धनखड़ से एक घंटे की मुलाकात की थी। राज्यपाल के जुलाई 2019 में पदभार संभालने के बाद यह पहली बैठक थी।
सरकार के साथ धनखड़ के रिश्तों में उस वक्त खटास आ गई थी जब वह केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो को निकालने के लिए यादवपुर विश्वविद्यालय गए थे जहां छात्रों ने सुप्रियो के साथ धक्का-मुक्की की थी।
वह पिछले दिसंबर से ही बनर्जी के साथ मुलाकात करना चाह रहे थे लेकिन यह संभव नहीं हो पाया था क्योंकि सरकार हर बार मुख्यमंत्री के अन्य कार्यक्रमों में व्यस्त रहने का हवाला देती थी।
हालांकि सोमवार को हुई घंटे भर की मुलाकात में क्या चर्चाएं हुईं । इस बारे में तत्काल जानकारी नहीं मिल सकी है। सूत्रों का कहना है कि दोनों ने “विभिन्न मुद्दों” पर चर्चा की।