कोरोना वायरस के कारण संपूर्ण देशभर में लॉकडाउन जारी है। लॉकडाउन के कारण खास कर श्रमिकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इस बीच, गुजरात में कोरोना वायरस की वजह से जारी लॉकडाउन के दौरान 6,592 गांवों में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के तहत करीब 29 हजार काम कराए जा रहे हैं जिनसे लगभग 6 लाख 80 हजार लोगों को रोजगार मिल रहा है। मुख्यमंत्री के सचिव अश्वनी कुमार ने सोमवार को यह जानकारी दी।
कुमार ने कहा, राज्य में मनरोगा के तहत हो रहे 28,869 कामों से 6,79,842 मजदूरों को रोजगार मिला है और इस सूची में दाहोद जिला 1,06,956 मजदूरों को रोजगार देकर सबसे आगे है। कुमार ने कहा कि राज्य की सुजलम सुफलम जल संचय योजना (एसएसजेए) मानसून से पहले जल भंडारण क्षमता को बढ़ाने के लिये है और इसने 1403 परियोजनाओं के तहत 18,24,441 लाख मानव दिवस सृजित किये हैं।
उन्होंने कहा, “एसएसजेए के तीसरे चरण की शुरुआत 20 अप्रैल से की गई थी और यह 10 जून को समाप्त होगा। एसएसजेए के तहत अब तक 1,403 काम पूरे किये जा चुके हैं और 5,676 काम जारी हैं। इस दौरान 1,32,089 यांत्रिक उपकरण, मशीनें और अन्य उपकरण इस्तेमाल किये गए जिनमें 26,535 जेसीबी और एक लाख पांच हजार ट्रैक्टर तथा डंपर शामिल हैं।
वहीं, सोमवार को गुजरात में कोविड-19 के 405 नये मामले सामने आने से राज्य में संक्रमण के कुल मामले बढ़कर सोमवार को 14,468 हो गये। वहीं, इस महामारी से 30 और मरीजों की मौत हो जाने पर कुल मृतक संख्या बढ़ कर 888 हो गई। स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि गुजरात में कोविड-19 के 224 और मरीज संक्रमण मुक्त हुए हैं। इस तरह अब तक अस्पतालों से 6,636 मरीजों को छुट्टी मिल चुकी है। विभाग के मुताबिक, राज्य में संक्रमण के 6,944 मरीज इलाजरत हैं, जिनमें से 109 वेंटिलेटर पर हैं। अन्य 6,835 की हालत स्थिर है। राज्य मे अब तक 1,86,361 लोगों की जांच की जा चुकी है।