गुजरात का चर्चित विषय बना हुआ कथित प्रश्न पत्र लीक मामले में पुलिस को एक बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस ने हाल में राज्य में सरकारी प्रधान लिपिकों की भर्ती के लिए आयोजित एक परीक्षा के प्रश्न पत्र को कथित तौर पर लीक करने के सिलसिले में दो और लोगों को गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को इन लोगों की गिरफ्तारी के साथ ही अब तक गिरफ्तार किए गए लोगों की संख्या बढ़कर 16 हो गई है।
पुलिस अधीक्षक नीरज बडगुजर ने कहा, ‘‘पिछले रविवार को हुई परीक्षा के प्रश्न पत्र को हल करने में अभ्यर्थियों की मदद करने में उनकी कथित भूमिका के लिए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।’’ गुजरात अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड (जीएसएसएसबी) द्वारा 186 प्रधान लिपिकों की भर्ती के लिए राज्यभर के विभिन्न केंद्रों पर लिखित परीक्षा आयोजित की गई थी, जिसमें लगभग 88,000 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी थी।
पुलिस अधीक्षक ने बताया, ‘‘शुक्रवार को हमने दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया। पूछताछ के दौरान, उनमें से एक ने अभ्यर्थियों से पैसे लेने (उन्हें प्रश्न पत्र उपलब्ध कराने के लिए) की बात स्वीकार की। पुलिस ने हिम्मतनगर स्थित उसके घर से 23 लाख रुपये जब्त किए। उसने अभ्यर्थियों से पैसे एकत्र किए थे। आगे की जांच चल रही है।’’ धोखाधड़ी और आपराधिक विश्वासघात और साजिश के बारे में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की विभिन्न धाराओं के तहत प्रांतिज पुलिस थाने में दर्ज प्राथमिकी में कुल दस लोगों को नामित किया गया था।
प्राथमिकी में नामजद छह लोगों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। प्राथमिकी में कहा गया है कि आरोपी व्यक्ति परीक्षा से पहले प्रश्न पत्र हासिल करने में सफल रहे थे, जिसके बाद उन्होंने इसे लगभग 15 लाख रुपये में अभ्यर्थियों को बेच दिया। इसमें कहा गया है कि उन्होंने परीक्षा आयोजित होने से एक दिन पहले तीन अलग-अलग स्थानों पर इस प्रश्न पत्र को हल करने में कम से कम 16 अभ्यर्थियों की मदद की।