कांग्रेस ने गुजरात में जहरीली शराब कांड को अत्यंत गंभीर घटना बताते हुए शुक्रवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद, मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के राज्य में इस तरह की घटना का होना बेहद चिंताजनक बात है और इसकी उच्च न्यायालय की न्यायाधीश की देखरेख में जांच कराई जानी चाहिए।
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि बहुत बड़ा मामला है और इसमें करीब 50 लोगों की जान गई और100 से ज्यादा लोग जीवन और मौत के बीच संघर्ष कर रहे हैं लेकिन अब तक न राज्य के मुख्यमंत्री, न श्री मोदी और ना ही शाह ने पीड़त परिजनों से मुलाक़त की है।
पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने घटना पर ट्वीट किया,’ड्राई स्टेट गुजरात में जहरीली शराब पीने से कई घर उजड़ गए। वहां लगातार अरबों की ड्रग्स भी बरामद हो रही है। ये बेहद चिंता की बात है, बापू और सरदार पटेल की धरती पर, ये कौन लोग हैं जो धड़ल्ले से नशे का कारोबार कर रहे हैं। इन माफिया को कौन सी सत्ताधारी ताक़तें संरक्षण दे रही हैं।’ श्री खेड़ ने कहा कि प्रधानमंत्री और गृहमंत्री के गृह राज्य में करोड़ का ड्रग्स पकड़ जाना और शराब का अवैध कारोबार होना महज संयोग नहीं बल्कि सत्ता के संरक्षण में किया जा रहा अपराध है इसलिए कांड की उच्च न्यायालय के न्यायाधीश से जांच कराई जानी चाहिए। उनका कहना था कि जहरीली शराब पीने की वजह से जिन लोगों की मौत हुई है उनमें से ज्यादातर गरीब थे और घर चलाने की उन पर ही जिम्मेदारी थी। ऐसे मृतकों के परिजनों को समुचित आर्थिक सहायता देने के साथ ही आंखों की रोशनी खोने वालों तथा जिनकी किडनी खराब हुई है उन्हें मुफ्त और बेहतर इलाज की व्यवस्था उपलब्ध कराई जाय।’’ उन्होंने कहा कि यह भी पता चला है कि 600 लीटर ‘मिथाइल अल्कोहल’अहमदाबाद से लाकर उसमें पानी मिलाया गया और फिर विभिन्न इलाकों में बेच दिया गया जिसकी सेवन से कई लोगों की जान चली गयी, कई लोगों की किडनी खराब हो गई तथा कई लोगों की आंखों की रोशनी चली गई।