विपक्षी दल कांग्रेस ने शनिवार को कहा कि अगर वह गुजरात चुनाव में सत्ता में आती है तो अहमदाबाद के मोटेरा क्षेत्र में स्थित नरेंद्र मोदी स्टेडियम का नाम फिर से सरदार पटेल स्टेडियम कर देगी।अपने चुनावी घोषणापत्र में कांग्रेस ने यह भी कहा कि वह राज्य सरकार द्वारा 2002 के बिलकीस बानो मामले में 11 दोषियों को समय से पहले जेल से रिहा करने की छूट को रद्द कर देगी।बिलकीस बानो मामले में दोषी ठहराए गए 11 लोगों को 15 अगस्त को गोधरा उप-जेल से रिहा कर दिया गया था।
8 दिसंबर को होगी मतगणना
घोषणापत्र राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जारी किया, जो गुजरात चुनाव के लिए पार्टी के वरिष्ठ पर्यवेक्षक हैं। गुजरात में 182 सदस्यीय विधानसभा के लिए चुनाव दो चरणों में 1 और 5 दिसंबर को होगा तथा मतगणना 8 दिसंबर को होगी। राज्य में वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी (BJP) सत्ता में है।कांग्रेस की घोषणापत्र समिति के अध्यक्ष दीपक बाबरिया ने कहा, ‘‘आज करमसाद कस्बे (सरदार वल्लभ भाई पटेल का पैतृक स्थान) के कुछ सामाजिक कार्यकर्ताओं ने हमें एक ज्ञापन देकर स्टेडियम का नाम बदलकर सरदार पटेल स्टेडियम करने की मांग की जो इसका मूल नाम था। हम वादा करते हैं कि हमारी सरकार की पहली कैबिनेट बैठक में स्टेडियम का नाम बदलकर सरदार पटेल स्टेडियम कर दिया जाएगा।’’
पटेल से करते हैं प्रधानमंत्री खुद की तुलना
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मधुसूदन मिस्त्री ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘प्रधानमंत्री मोदी ने स्टेडियम का नाम इसलिए बदला क्योंकि वह खुद को सरदार पटेल के समकक्ष रखना चाहते हैं। प्रधानमंत्री खुद की तुलना पटेल से करते हैं, लेकिन वह सरदार पटेल की तुलना में कहीं नहीं टिकते हैं। हम कैबिनेट की पहली बैठक में स्टेडियम का नाम बदल देंगे।’’कांग्रेस पर पलटवार करते हुए भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि विपक्षी दल को सरदार वल्लभभाई पटेल के बारे में बात करने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है, जो स्वतंत्र भारत के पहले गृह मंत्री और उपप्रधानमंत्री थे।
त्रिवेदी ने गांधीनगर में संवाददाताओं से कहा, ‘‘सरदार पटेल सभी की पसंद होने के बावजूद स्वतंत्रता के बाद जवाहरलाल नेहरू प्रधानमंत्री बने। मुझे याद नहीं है कि किसी कांग्रेसी नेता ने अभी तक ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ का दौरा किया हो, जिसे प्रधानमंत्री मोदी द्वारा सरदार पटेल को श्रद्धांजलि देने के रूप में बनाया गया है।’’