पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवगौड़ा ने केन्द्र और पश्चिम बंगाल सरकार के बीच जारी विवाद में ममता बनर्जी का खुलकर समर्थन किया है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी चिटफंड घोटाले में कोलकाता पुलिस प्रमुख से पूछताछ करने की सीबीआई की कोशिश के खिलाफ धरने पर बैठी हैं।
जद (सेक्युलर) प्रमुख ने ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली पश्चिम बंगाल सरकार के प्रति सहानुभूति व्यक्त करते हुए कहा कि वह सीबीआई के आनन-फानन में कोलकाता पुलिस आयुक्त को गिरफ्तार करने पहुंचने और उसके आगे की कार्रवाई के बारे में जानकर स्तब्ध हैं। तृणमूल कांग्रेस प्रमुख बनर्जी ‘महागठबंधन’ की एक महत्वपूर्ण सदस्य हैं, जिसमें जद (एस) भी एक सक्रिय भागीदार है।
धरने पर बैठी ममता बोली- देश और संविधान बचाने के लिए जारी रखूंगी सत्याग्रह
जद (एस) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने ट्वीट किया, ‘‘मैं पश्चिम बंगाल में सीबीआई के पुलिस आयुक्त को गिरफ्तार करने पहुंचने और उसके बाद की कार्रवाई के बारे में सुन स्तब्ध हूं। देश ने आपातकाल के दौरान भी ऐसे ही असंवैधानिक कदमों को देखा था। पश्चिम बंगाल में स्थिति आपातकाल के दिनों जैसी है। लोकतंत्र को बचाएं।’’
कांग्रेस की कर्नाटक इकाई ने भी ममता सरकार को अपना समर्थन दिया। उसने केन्द्र के कदम को लोकतंत्र विरोधी और देश की संघीय प्रणाली के लिए खतरा करार दिया। पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी नारायणसामी ने भी पश्चिम बंगाल की अपनी समकक्ष को समर्थन दिया।
उन्होंने ट्वीट किया, ”भारतीय जनता पार्टी अधिकारियों के खिलाफ गलत मामले दर्ज कराके सीबीआई का इस्तेमाल कर रही है। यह स्पष्ट रूप से राजनीति से प्रेरित है। हम सभी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री के साथ खड़े हैं।” पर्याप्त कोष ना देने और पुडुचेरी को केन्दीय वित्त आयोग के दायरे से बाहर करने के लिए केन्द्र में राजग सरकार की आलोचना करने वाले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘‘नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केन्द्र सरकार के जाने का समय आ गया है।’’