गुजरात में बीते दिनों से जारी बारिश के कारण सड़कों पर सैलाब जैसा मंजर है। पिछले 24 घंटे में राज्य के कई स्थानों पर हुई भारी बारिश से लोगों को वाटर लॉगिंग की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। मौसम विभाग की ओर से आगामी तीन दिनों में भी कुछ स्थानों पर भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
गुजरात के खेड़ा और आनंद जिलों में शुक्रवार को हुई तेज बारिश के कारण सड़कों पर भरे पानी में वाहन डूबे हुए नजर आए। कई लोग पानी में फंसे हुए वाहन में धक्का लगाते हुए भी दिखे। वाटर लॉगिंग की समस्या ने स्थानीय लोगों का जीना मुहाल किया हुआ है।
राज्य आपात संचालन केंद्र की ओर से आज जारी बुलेटिन के अनुसार पिछले 24 घंटे में राज्य के सभी 33 जिलों के 251 में से 245 तालुक़ में बारिश हुई। इनमे से 21 में 100 मिलीमीटर या अधिक तथा 86 में 50 मिमी अथवा अधिक दर्ज की गयी। सर्वाधिक 320 मिमी मध्य गुजरात के आणन्द में हुई।
सूरत के उमरपाड़ में 304 मिमी, सुरेंद्रनगर त्रलि के लख्तर में 219 मिमी, खेड़ में 200, नर्मदा के देडियापाड़ा में 181, आनंद के बोरसद में 168, पेटलाद में 155 मिमी और सुरेंद्रनगर के वढवाण में 153 मिमी बारिश हुई। आज भी सुबह 6 बजे से दोपहर 12 बजे तक 172 तालुक़ में बारिश हुई है जिसमें सर्वाधिक। 160 मिमी सूरत के मांगरोल में थी।
सूरत के ही कामरेज में 116, उमरपाड़ में 105 और मांडवी में 96 मिमी बारिश दर्ज की गयी थी। 54 तालुक़ में 25 मिमी या उससे अधिक बरसात हुई है और इसका सिलसिला जारी है। भारी बारिश और इसकी चेतावनी के बीच एनडीआरएफ की 13 टीमें राज्य भर में राहत और बचाव कार्यों के लिए तैनात की गयी हैं।
कल रात ऐसी एक टीम ने मोरबी जिले के अमरान गांव में बारिश के कारण उफ़नाई एक बरसाती नदी के काजवे पर फंसे आधा दर्जन लोगों को बचाया। बरसात के कारण राज्य भर में मार्ग परिवहन भी प्रभावित हुआ है। 200 से अधिक सड़कें बंद हैं।